Edited By Ramkesh,Updated: 16 Aug, 2024 03:49 PM
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जिस PDA के दम पर चुनाव लड़ा था, उसमें अल्पसंख्यकों को तवज्जो दी थी। जिसका लोकसभा चुनाव अखिलेश यादव को भरपूर फायदा भी मिला। लेकिन विधानसभा उपचुनाव से पहले आजमगढ़ से...
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जिस PDA के दम पर चुनाव लड़ा था, उसमें अल्पसंख्यकों को तवज्जो दी थी। जिसका लोकसभा चुनाव अखिलेश यादव को भरपूर फायदा भी मिला। लेकिन विधानसभा उपचुनाव से पहले आजमगढ़ से उन्हीं के विधायक ने धर्मेंद्र यादव और समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ नेहरू हॉल में समाजवादी पार्टी द्वारा संविधान मान स्तंभ कार्यक्रम का आयोजन मुझे इस लिए नहीं बोलने दिया गया क्योंकि मैं मुस्लिम हूं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं अब अल्पसंख्यक विधायक के साथ हुए गलत सुलूक ने समाजवादी पार्टी के PDA सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, आजमगढ़ नेहरू हॉल में समाजवादी पार्टी द्वारा संविधान मान स्तंभ कार्यक्रम का आयोजन था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव थे। कार्यक्रम के दौरान जब गोपालपुर के सपा विधायक नफीस अहमद बोलने के लिए माइक पर आए तभी सामने कुर्सी पर बैठे मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र के एक सपा नेता ने उन्हें बोलने से रोक दिया, उनका अहमद कहना था कि हम लोग धर्मेंद्र यादव की बात सुनने के लिए आए हैं। इस पर सपा विधायक नफीस से बैठक में मौजूद लोगो से कहा सुनी हो गई। विधायक के यह कहने के बाद कुछ लोगों ने विरोध करने वाले सपा नेता को नेहरू हाल से बाहर कर दिया। देखते ही देखते मारपीट होने लगी।
वहीं वीडियो बनाते हुए देख सपाई उस पत्रकार पर टूट पड़े। पीड़ित पत्रकार का आरोप है कि मेरा कॉलर पड़कर मोबाइल छीन लिया और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। इधर पीड़ित पत्रकार संदीप श्रीवास्तव ने शहर कोतवाली में समाजवादी पार्टी से जुड़े दो पदाधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी है।