Edited By Ramkesh,Updated: 12 Jun, 2024 01:11 PM
प्रदेश में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अंतर्जनपदीय तबादले का रास्ता साफ हो गया है। इस आदेश के बाद लगभग दो हजार से अधिक परिषदीय शिक्षकों अपने जिले में वापसी होगी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने मंगलवार को सभी बेसिक शिक्षा...
लखनऊ, (अश्वनी कुमार सिंह): प्रदेश में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अंतर्जनपदीय तबादले का रास्ता साफ हो गया है। इस आदेश के बाद लगभग दो हजार से अधिक परिषदीय शिक्षकों अपने जिले में वापसी होगी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने मंगलवार को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किया है। जो शिक्षक पूर्व में तबादले का लाभ ले चुके थे उनके लिए वेबसाइट बुधवार को फिर से रीसेट की जाएगी। रीसेट आवेदन पत्रों को बीएसए 13 व 14 जून को सत्यापित करेंगे। उसके बाद ये शिक्षक 15 से 18 जून तक दूसरे जिले के शिक्षक से जोड़ा बनाएंगे। 19 जून को पारस्परिक स्थानान्तरित शिक्षकों को कार्यमुक्त किया जाएगा।
हाईकोर्ट ने तबादले का दिया आदेश
दरअसल, अंतर जनपदीय सामान्य और पारस्परिक तबादले के लिए दो जून 2023 को शासनादेश जारी हुआ था। सामान्य तबादला तो मात्र 23 दिन में पूरी हो गई लेकिन पारस्परिक ट्रांसफर को लेकर विवाद पैदा हो गया। कुछ ऐसे शिक्षकों ने आवेदन कर दिया था जो पूर्व में अंतर जनपदीय स्थानांतरण का लाभ ले चुके थे। इन अभ्यर्थियों के आवेदन विभाग ने रोक दिए तो मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। हाईकोर्ट ने इन शिक्षकों को भी स्थानान्तरण का लाभ देने का आदेश दिया था। इसी विवाद के कारण पेयर या जोड़ा बना चुके 2234 शिक्षकों का तबादला फंसा हुआ था। 18 जून को खुल रहे परिषदीय स्कूलों को एक दिन बाद शिक्षक मिल जाएंगे।
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लखनऊ: यूपी के 13 नवनिर्वाचित एमएलसी 14 जून को शपथ लेंगे। विधान परिषद की 13 सीटें मई में खाली हुई थीं। विधान परिषद की खाली हुई 13 सीटों पर चुनाव हुआ था। विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव के लिए एनडीए (NDA) के 10 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा था, जिसमें से 7 प्रत्याशी बीजेपी (BJP) के थे। वहीं, सपा (Samajwadi Party) 3 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारी थी। सभी उम्मीदवार निर्विरोध जीते। निर्विरोध घोषित हुए प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा बीजेपी हैं। इसके बाद सपा (Samajwadi Party), आरएलडी (RLD), सुभासपा (SBSP) और अपना दल (एस) (Apna Dal (S)) के हैं।