Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Dec, 2018 12:12 PM
सांसद सावित्री बाई फुले ने गुरुवार को भाजपा से इस्तीफा देकर सियासी गलियारे में हलचल मचा दी है। सावित्री बाई फुले ने भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि मेरा इस्तीफा भाजपा के लिए ताबूत की कील साबित होगा। पार्टी में बहुजन व दलित की आवाज को...
लखनऊः सांसद सावित्री बाई फुले ने गुरुवार को भाजपा से इस्तीफा देकर सियासी गलियारे में हलचल मचा दी है। लखनऊ में मीडिया से रूबरू हुईं सावित्री बाई फुले ने भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि मेरा इस्तीफा भाजपा के लिए ताबूत की कील साबित होगा। पार्टी में बहुजन व दलित की आवाज को दबाया जा रहा है।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मैं दल का तलवा चाटने नहीं आई। आरक्षण को बचाने व दलित अधिकार के संघर्ष के लिए आई हूं। मेरे लिए आरक्षण महत्वपूर्ण है। आरक्षण बरकरार रहेगा तो सांसद बनने से कोई नहीं रोक सकता।
सावित्री बाई फुले ने कहा कि बहुजन समाज के दुश्मनों को जवाब देने के लिए वह किसी भी हद तक जाएंगी। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार डॉ आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने और दलितों व पिछड़ों को मिल रहे आरक्षण को खत्म करने का तानाबाना बन चुकी है।