Edited By Purnima Singh,Updated: 06 Feb, 2025 06:38 PM
![old man s pension stopped after seeing a living person dead](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_18_38_024827229untitled-260-ll.jpg)
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से दिल मोह लेने वाला एक मामला सामने आया है। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग के चहरे की मुस्कान लौटा दी है। आगरा के रहने वाले बुजुर्ग सूरजभान को मृत दर्शा दिया गया था। जिसके चलते एक साल से उनकी वृद्ध...
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से दिल मोह लेने वाला एक मामला सामने आया है। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग के चहरे की मुस्कान लौटा दी है। आगरा के रहने वाले बुजुर्ग सूरजभान को मृत दर्शा दिया गया था। जिसके चलते एक साल से उनकी वृद्ध पेंशन बंद थी। बुजुर्ग एक साल से लगातार तहसील, कलक्ट्रेट और समाज कल्याण विभाग के चक्कर काट रहे थे। अधिकारियों और कर्मचारियों से विनती कर रहे थे। लेकिन 70 वर्षीय इस बुजुर्ग की गुहार कोई नहीं सुन रहा था। जिसके बाद थक-हारकर बुजुर्ग ने समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण से मदद मांगी। असीम अरुण ने 24 घंटे में उनकी पेंशन दोबारा से शुरू करवा दी। जिसके बाद बुजुर्ग के चेहरा खुशी से खिलखिला उठा।
असीम अरुण ने समाज कल्याण निदेशक को लगाई फटकार
जैतपुर, बड़ागांव के रहने वाले सूरजभान को हर महीने एक हजार रुपये वृद्धा पेंशन मिलती थी। सर्वेयर ने साल 2023-24 में बंद आंखों से पोर्टल पर रिपोर्ट लगा दी और जीवित सूरजभान को मृत दिखा दिया। इस वजह से बुजुर्ग की पेंशन नहीं आ रही थी। सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद उन्होंने सीएम पोर्टल पर समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण से शिकायत की। असीम अरुण ने तत्काल समाज कल्याण निदेशक को गलत डाटा फीड करने पर नाराजगी जताई। साथ ही डेटा भी ठीक कराया। असीम अरुण के हस्ताक्षेप से 24 घंटे में ही बुजुर्ग का पेंशन प्रमाण पत्र बन गया। जिसे लेकर समाज कल्याण अधिकारी प्राची जोशी खुद उनके घर गईं।
खिलखिला उठे बुजुर्ग
पेंशन प्रमाण पत्र देख कर बुजुर्ग की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बुजुर्ग ने मंत्री असीम अरुण से वीडियो कॉल पर बात करने की इच्छा जताई। उन्होंने मुस्कराते हुए मंत्री का धन्यवाद दिया।