Edited By Ajay kumar,Updated: 25 Jun, 2024 11:45 AM
अब संपत्ति की खरीद-फरोख्त अथवा एग्रीमेंट में स्टाम्प पेपर की जालसाजी नहीं हो सकेगी। इतना ही नहीं स्टाम्प पेपर की कालाबाजारी और कमीशनखोरी पर भी अंकुश लगेगा। राज्य सरकार ई-स्टाम्प को और अधिक सुरक्षित बनाने जा रही है।
लखनऊ: अब संपत्ति की खरीद-फरोख्त अथवा एग्रीमेंट में स्टाम्प पेपर की जालसाजी नहीं हो सकेगी। इतना ही नहीं स्टाम्प पेपर की कालाबाजारी और कमीशनखोरी पर भी अंकुश लगेगा। राज्य सरकार ई-स्टाम्प को और अधिक सुरक्षित बनाने जा रही है। इसके लिए स्टाम्प एवं पंजीकरण विभाग की तैयारियां पूरी हैं। शुरुआत में छोटी रकम के ई-स्टाम्प के जरिए इस सुविधा का लाभ जनता को देने की तैयारी है। दरअसल, इन ई-स्टाम्प को आधार कार्ड के जरिए ऑनलाइन सत्यापित करने के बाद पर्सनलाइज्ड करके उसी आधार कार्ड धारक के द्वारा के प्रयोग के लिए प्राप्त किया जा सकेगा। इससे जाली स्टाम्प के डर से पूरी तरह से मुक्ति मिल जाएगी। विभाग ई-स्टाम्प के नये प्रारूप की डिजाइन भी फाइनल कर चुका है।
100 रुपए से कम के ई-स्टाम्प को लेकर किया जाएगा प्रयोग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर फिलहाल 100 रुपए से कम के ई-स्टाम्प को लेकर ये प्रयोग किया जाएगा। नये प्रारूप की रूपरेखा और ई-स्टाम्प को सुरक्षित रखने के लिए 9 प्रकार के विशेष नये सिक्योरिटी फीचर्स इस्तेमाल में लाए गये हैं। इसमें 1-डी बार कोड, स्टैटिक लाइन, स्टैटिक एसडी अमाउंट, टेक्स्ट थ्रेड, एएसवाईएम सर्टिफिकेट आईडी, खरीददार का नाम, सिंगल लेयर लोगो, टेक्स्ट थ्रेड डेट, टेक्स्ट रिबन और बीजी का उपयोग किया गया है। इसके जरिए जाली स्टाम्प बनाना असंभव हो जाएगा।
छोटे मूल्य के स्टाम्प पर कमीशन कम
2023-24 के आंकड़ों के अनुसार 100 रुपए से अधिक मूल्य के 47 लाख से अधिक ई-स्टाम्प जारी किये गये, वहीं 100 रुपए से कम मूल्य के 2 करोड़ 56 लाख से अधिक ई-स्टाम्प पेपर जारी किये जा चुके हैं। माना जाता है कि छोटे मूल्य के स्टाम्प पर कमीशन कम होता है, अक्सर ऐसी शिकायतें भी मिलती हैं कि कुछ वेंडर छोटे मूल्य के स्टाम्प की किल्लत बताकर कालाबाजारी का भी प्रयास करते हैं। अब छोटे मूल्य के ई-स्टाम्प की उपलब्धता के बाद इस प्रकार की परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा।