Edited By Ajay kumar,Updated: 06 Apr, 2020 11:45 AM
तबलीगी जमात के लापरवाही की वजह से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। लिहाजा आमजन तक वायरस पहुंचने का खतरा अब ज्यादा हो गया है। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी से...
नोएडाः तबलीगी जमात के लापरवाही की वजह से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। लिहाजा आमजन तक वायरस पहुंचने का खतरा अब ज्यादा हो गया है। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी से निपटने की रणनीति बदल दी है। अब शहर के हाईरिस्क एरिया में कोरोना रैंडम टेस्टिंग होगी। इसके लिए स्वस्थ व्यक्तियों का भी सैंपल जुटाया जाएगा।
बता दें कि लखनऊ में जब छापेमारी की गई तो शहर में तब्लीगी जमात के ठहरने का राजफाश हुआ वहीं अस्पतालों में 140 से ज्यादा लोगों को भर्ती कराया गया। कई की जांच केजीएमयू में जारी है। वहीं पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों का ब्योरा जुटाना मुश्किल हो रहा है। अब तक तब्लीगी जमात के 19 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है।
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने स्वस्थ व्यक्तियों में रैंडम कोरोना टेस्ट के निर्देश दिए हैं। एसीएमओ डॉ. एमके सिंह के मुताबिक सदर इलाके से 88 सैंपल स्वस्थ व्यक्तियों के जुटाए गए हैं। रिपोर्ट आने पर ही शहर में वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का पता चलेगा।
अभी तक केवल इनकी होती थी जांच-
1.पिछले 14 दिन में विदेश यात्रा से लौटे हैं, उनमें बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ होने पर।
2.लैब द्वारा कोरोना मरीज पुष्टि के संपर्क में आने वाले लोगों की। उनमें बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ होने पर।
3.ऐसे हेल्थ वर्कर जिन्हें बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
4.ऐसे व्यक्ति जो कोरोना मरीज के परिवारीजन हैं, उन्हें दिक्कत हो रही है।
5.ऐसे हेल्थ वर्कर जो कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार कर रहे हैं।