Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 07 Jan, 2021 07:53 PM
राष्ट्रीय महिला आयोग ने बदायूं की घटना को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए कहा कि वह पुलिस की कारर्वाई से संतुष्ट नहीं है और यह घटना सुनियोजित है क्योंकि महिला को फोन करके बुलाया गया था...
बदायूं: राष्ट्रीय महिला आयोग ने बदायूं की घटना को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए कहा कि वह पुलिस की कारर्वाई से संतुष्ट नहीं है और यह घटना सुनियोजित है क्योंकि महिला को फोन करके बुलाया गया था और अगर वह वहां नहीं जाती तो ऐसी घटना नहीं होती। आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी आज गैंग रेप के बाद जघन्य तरीके से की गई महिला की हत्या के मामले की जांच करने उसके गांव पहुंची थी। बदायूं में आंगनवाड़ी सहायिका की गैंगरेप और हत्या मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने सीधा संज्ञान लिया है और एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मुलाकात करने और अधिकारियों से समीक्षा करने यहां भेजा ।
पुलिस की भूमिका से संतुष्ट नहीं
चन्द्रमुखी देवी आज अपनी टीम के साथ पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंची और घटना की जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर सख्त से सख्त कारर्वाई होनी चाहिए जिससे आगे कोई ऐसी घटना न हो। सरकार ऐसे मामलों में कड़ी से कड़ी कारर्वाई करे। उन्होंने कहा कि वह पुलिस की भूमिका से संतुष्ट नहीं हैं, अगर समय रहते पुलिस की कारर्वाई होती तो शायद महिला की जान बच जाती । पोस्टमाटर्म रिपोर्ट के अनुसार यह बीभत्स घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह जो महिला परिवार और जनता का भरण पोषण कर रही थी उसके साथ ऐसा होना गलत है।
अपराधियों में नहीं रहा पुलिस का खौफ
उन्होंने कहा कि मैं महिलाओ से कहती हूँ कि गैर टाइम किसी के यहां नहीं जाना चाहिए। उनका मानना है कि अगर वह महिला शाम को उनके बुलावे पर नहीं जाती और अगर जाने के समय परिवार के किसी बच्चे को साथ ले जाती तो ऐसी घटना नहीं होती। यह सुनियोजित था उसे फोन करके बुलाया गया। किसी एसओ को निलबिंत करना काफी नहीं है । महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि किसी दबाव में कोई दोषी बाहर नहीं निकलना चाहिए। मिशन शक्ति और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों के बाद भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं इसका मतलब यह है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं है। पुलिस निर्दोशो पर लाठी भांजने की जगह अपराधियों पर कारर्वाई करने से पुलिस पर भरोसा होगा।
उन्होंने कहा कि मामले में नामजद ड्राइवर जसपाल के परिवार के सामने आने पर उन्होंने कहा कि चालक को सही गिरफ्तार किया गया है या गलत यह उनकी जांच का विषय नहीं है। इसकी विवेचना पुलिस करेगी। मुकद्दमे में नामजद की पहले गिरफ्तारी तो होनी ही चाहिए। गौरतलब है कि इस घटना में शामिल दो आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए संबंधित थाना प्रभारी को पहले ही निलंबत किया जा चुका है।