Edited By Anil Kapoor,Updated: 13 Aug, 2018 12:54 PM
उत्तर प्रदेश के आधे जिले बाढ़ की भीषण आपदा से जूझ रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी की सरकार मेरठ में कार्यसमिति की बैठक में मंथन का बहाना करके आत्म प्रशंसा कर रही है। उसे इस बाढ़ की कोई चिन्ता नहीं है क्योंकि इनके सिंचाई मंत्री का कहना है कि....
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आधे जिले बाढ़ की भीषण आपदा से जूझ रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी की सरकार मेरठ में कार्यसमिति की बैठक में मंथन का बहाना करके आत्म प्रशंसा कर रही है। उसे इस बाढ़ की कोई चिन्ता नहीं है क्योंकि इनके सिंचाई मंत्री का कहना है कि यह तो अभी शुरूआत है तबाही बाकी है। जो सरकार प्रदेश की जनता की तबाही की कल्पना करे उससे किस प्रकार की सहायता और शासन व्यवस्था की उम्मीद की जा सकती है कि वह किस तरह से बाढ़ में फंसे लोगों को राहत देगी। प्रदेश के कई गांव सम्पर्क मार्ग से कट गए हैं। सरकार को इसके समाधान की रत्ती भर भी चिन्ता नहीं दिखाई पड़ रही है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की कार्यसमिति की बैठक का समापन भाषण भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा दिया गया, परन्तु आश्चर्य है कि उनके भाषण के दौरान सभी पत्रकारों को समारोह स्थल से बाहर कर दिया गया।