Edited By Deepika Rajput,Updated: 02 Apr, 2019 01:33 PM
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अमेठी के साथ-साथ केरल के वायनाड से भी लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कोई उनके इस फैसले के पक्ष में है तो कोई विरोध कर रहा है।
अमेठीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अमेठी के साथ-साथ केरल के वायनाड से भी लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कोई उनके इस फैसले के पक्ष में है तो कोई विरोध कर रहा है।
अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि अब ऊंट पहाड़ के नीचे आया है। राहुल ने मान लिया है कि अमेठी से उनकी हार पक्की है, इसलिए उन्होंने केरल के वायनाड से पर्चा भरने का फैसला किया है। कांग्रेस ने हिंदुस्तान की जनता का शोषण किया है। अब अमेठी और रायबरेली बचाना मुश्किल हो रहा है। अगर हिंदुस्तान में विकास हो सकता है, तो मोदी ही कर सकते हैं।
रायबरेली के वर्तमान में बीजेपी के एलएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राहुल के बिरादरी का वोट अमेठी में ज्यादा नहीं है। गांधी परिवार का वोट केरल में ज्यादा हो इस नियत से वह वहां से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अमेठी, रायबरेली और सुल्तानपुर में उनके अनुकूल माहौल नहीं रहा है।