Edited By Anil Kapoor,Updated: 13 May, 2020 05:16 PM
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक और क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो कोरोना वायरस से जान गवां चुके राजेश के परिवार के लोगों का है, जिनको इस समय घाट रोड स्थित उपनिदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की...
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक और क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो कोरोना वायरस से जान गवां चुके राजेश के परिवार के लोगों का है, जिनको इस समय घाट रोड स्थित उपनिदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की बिल्डिंग में क्वॉरेंटाइन किया गया है। इन लोगों ने इस क्वॉरेंटाइन सेंटर की बदहाली की कई वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की है।
जानकारी मुताबिक कुछ दिन पहले थाना सदर बाजार के रविंद्र पुरी इलाके के राजेश की कोरोना से मौत हो गई थी। उसके बाद उनके परिवार और उनके संपर्क में आए लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया था और सैंपल लिए गए थे। जिसमें अधिकतर लोगों के सैंपल निगेटिव आने के बाद उन्हें घाट रोड स्थित उपनिदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की एक बिल्डिंग में क्वॉरेंटाइन कर दिया था।
बताया जा रहा है कि छोटे बच्चों को मिलाकर लगभग 35 लोग यहां पर रविंद्र पुरी के क्वॉरेंटाइन हैं। इन लोगों का आरोप है कि ना तो यहां पर छोटे बच्चों को दूध मिलता है और ना ही बड़ों को नाश्ता और खाना समय पर मिलता है। खाना और चाय आती भी है तो सबको नहीं मिल पाती। इतना ही नहीं यहां पर गंदगी ने भी अपना कब्जा किया हुआ है। शौचालय गंदे हैं, बाथरूम में टंकी टूटी हुई है। पानी पीने के लिए आर ओ तो लगा है, लेकिन सिर्फ दिखाने के लिए उसमें भी पानी नहीं आता।
इतना ही नहीं इन लोगों का आरोप यह भी है कि अब नीचे वाले फ्लोर पर कुछ नए लोग क्वॉरेंटाइन के लिए आ गए हैं, जिनसे उन्हें और उनके बच्चों को खतरा है। अब इन लोगों की योगी सरकार से मांग है कि इन्हें यहां से किसी सुरक्षित स्थान पर भेज दिया जाए, जहां पर वह अपने बच्चों के साथ सुरक्षित रह सकें। हालांकि इन लोगों का यह भी कहना है कि इन लोगों की जांच के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।