Edited By Harman Kaur,Updated: 18 May, 2024 04:19 PM
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमन्त्री मायातवती ने शनिवार को कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के छूठे वादों को जनता जान गई है.....
बस्ती: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमन्त्री मायातवती ने शनिवार को कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के छूठे वादों को जनता जान गई है। अगर इस लोकसभा चुनाव मे वोटिंग मशीन मे गड़बड़ी नहीं हुई तो भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी।
कांग्रेस पार्टी की गलत नीतियों के कारण जनता ने इन्हें नकार दिया: मायावती
बता दें कि आज शनिवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने जनपद मुख्यालय के राजकीय इंटर कॉलेज परिसर मे मंडल स्तरीय चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश या केंद्र में सबसे ज्यादा समय तक अगर सत्ता किसी के पास रही है तो वो कांग्रेस पार्टी है, लेकिन इनकी गलत नीतियों के कारण जनता ने इन्हें नकार दिया और ये सत्ता से बाहर हो गई है। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अपने बल बूते पर चुनाव लड़ रही है। काग्रेंस, समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी द्वारा कई पटिर्यों का गठबन्धन करके चुनाव लड़ा जा रहा है।
'भाजपा सरकार की नाटकबाजी और जुमलेबाजी को देश की जनता समझ चुकी है...'
बसपा ने बिना जाति भेदभाव के प्रत्याशियों को मैदान मे उतारा है। इस बार चुनाव फ्री एंड फेयर हुए और वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी नहीं हुई तो भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी। आसानी से सरकार इनकी बनने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि जातिवादी, पूंजीवादी, संक्रीण, सांप्रदायिक और द्वेषपूर्ण नीतियों, कथनी-करनी में अंतर होने की वजह से जनता ने इस बार के चुनाव में भाजपा को नकार दिया है। इनकी नाटकबाजी और जुमलेबाजी को देश की जनता समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि अच्छे दिन जैसे हवा-हवाई वादे सहित इनके एक चौथाई वादों को जमीनी हकीकत नसीब नहीं हुई। धन्नासेठों के आर्थिक सहयोग से हीभाजपा व अन्य पाटिर्यां अपना संगठन चलाती हैं और चुनाव लड़ाती हैं। जिसका खुलासा बांड प्रकरण में हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के नोटिस देने के बाद इलेक्टोरल बांड का खुलासा हुआ। रिपोर्ट आई तो जिसमें बहुजन समाज पार्टी(बसपा) नहीं है। उसमें कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य विरोधी पार्टियां हैं।
पार्टियां घोषणा पत्रों को अमल में नहीं लाती: बसपा सुप्रीमो
मायावती ने कहा कि चुनाव के बाद पार्टियां घोषणा पत्रों को अमल में नहीं लाती हैं। इसीलिए हमारी पार्टी घोषणापत्र नहीं लाती है। बसपा ने चार बार की सरकार में बिना घोषणापत्र के विकास कार्य करके दिखाए हैं और कानूनव्यवस्था पूरी तरह से चुस्त-दुरूस्त थी। भाजपा इस समय चहेते पूंजीपतियों व धन्नासेठों को मालामाल करने व हर स्तर पर बचाने के लिए कार्य कर रही है और देश के धन्नासेठों से बांड के जरिए करोड़ों-अरबों रुपया लिया है। उस रिपोटर् में ये कहीं वर्णित नहीं है कि बहुजन समाज पार्टी ने किसी भी पूंजीपति से एक भी रुपया लिया हो।
'समाजवादी पार्टी ने सिर्फ अपने लोगों का भला किया....'
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि हमारी पार्टी पूरे देश में संगठन चलाने और चुनाव लड़ने के लिए धन्नासेठों से रुपया नहीं लेती है बल्कि पार्टी की सदस्यता शुल्क थोड़ा-थोड़ा धन एकत्र करके और चुनाव के मौके पर धन एकत्र करके संगठन चलाती है। हमारी सरकार ने किसानों के हितों का भी हमने हर स्तर पर ध्यान रखा है। भाजपा सरकार ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया है जो सही नहीं है। समाजवादी पार्टी सिर्फ अपने लोगों का भला किया है और सपा सरकार ने दलितों ,आदिवासियों के आरक्षण को समाप्त करने का कार्य किया है।