Edited By Ramkesh,Updated: 12 Oct, 2021 07:36 PM
गोरखपुर जिले में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में वांछित दो और पुलिसकर्मियों को पुलिस ने मंगलवार को गोरखपुर से गिरफ्तार किया। इनपर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि...
लखनऊ: गोरखपुर जिले में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में वांछित दो और पुलिसकर्मियों को पुलिस ने मंगलवार को गोरखपुर से गिरफ्तार किया। इनपर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि उप निरीक्षक राहुल दुबे और आरक्षी (कांस्टेबल) प्रशांत कुमार को एक मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया। ये दोनों गोरखपुर की अदालत में आत्मसमर्पण करने जा रहे थे। उन्होंने बताया कि बाकी आरोपियों की भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। इससे पहले, 10 अक्टूबर को पुलिस निरीक्षक जगत नारायण सिंह और उपनिरीक्षक अक्षय मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ये दोनों निलंबित थे। मामले में दर्ज प्राथमिकी में छह पुलिसकर्मियों के नाम थे और उनमें से चार को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने कहा कि विजय यादव और हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव अभी भी फरार हैं। पिछले महीने गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता (36) की पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर पिटाई कर दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। कानपुर पुलिस ने पहले सभी छह आरोपियों की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, लेकिन बाद में उसे बढ़ाकर एक-एक लाख रुपये कर दिया गया था।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर के व्यापारी की गोरखपुर में पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर पिटाई के बाद मौत के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की संस्तुति करते हुए केंद्र सरकार को एक अक्टूबर को प्रस्ताव भेजा था। राज्य सरकार ने यह भी तय किया कि जब तक सीबीआई जांच को अपने हाथ में नहीं ले लेती, तब तक मामले की जांच कानपुर में स्थानांतरित की जाती है, जहां विशेष जांच दल (एसआईटी) इसकी जांच करेगा।