लोकसभा चुनाव 2019: वाराणसी में चंद्रशेखर का कीर्तिमान तोड़ने से चूके PM मोदी

Edited By Anil Kapoor,Updated: 25 May, 2019 08:34 AM

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सबसे अधिक 63.62 फीसदी मतों से जीत दिलाने का कीर्तिमान स्थापित किया, लेकिन 1977 में भारतीय लोक दल (BLD) के 66.22 फीसदी के साथ हुई जीत का कीर्तिमान तोड़ने से चूक गए।

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सबसे अधिक 63.62 फीसदी मतों से जीत दिलाने का कीर्तिमान स्थापित किया, लेकिन 1977 में भारतीय लोक दल (BLD) के 66.22 फीसदी के साथ हुई जीत का कीर्तिमान तोड़ने से चूक गए। चुनाव आयोग के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो आजादी के बाद 17 लोक सभा चुनावों के लिए हुए मतदान में सबसे अधिक फीसदी मत हासिल कर जीत दर्ज के मामले में मोदी दूसरे स्थान पर हैं।

कांग्रेस के आपात काल विरोधी लहर में वर्ष 1977 में हुए आम चुनाव में बीएलडी उम्मीदवार चंद्रशेखर सिंह ने 66.22 प्रतिशतों मतों के साथ जीत दर्ज कर कीर्तिमान स्थापित किया था। वर्ष 1989 में लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री ने जनता दल प्रत्याशी के तौर पर 62.31 फीसदी हासिल कर जीत दर्ज की थी और उन्हें दूसरा स्थान हासिल हुआ था लेकिन अब वह मोदी के बाद तीसरे स्थान पर आ गए हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के वाराणसी संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने 7-7 बार जीत दर्ज की। मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के एस एन सिंह, भारतीय लोक दल (बीएलडी) के चंद्रशेखर सिंह और जनता दल के अनिल शास्त्री ने एक-एक बार संसद में वाराणसी का प्रतिनिधित्व किया।

वाराणसी में भाजपा ने वर्ष 1991 में जीत दर्ज की और 41.10 फीसदी मत पाकर श्रीशचंद्र दीक्षित संसद पहुंचे। वहीं, शंकर प्रसाद जायसवाल ने 1996 में 44.62, 1998 में 42.98,1999 में 33.95 फीसदी मतों के साथ जीत दर्ज कर संसद में वाराणसी का प्रतिनिधित्व किया। वर्ष 2009 में डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने 30.52 प्रतिशत मत पाकर जीत दर्ज की थी। वर्ष 2014 में भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार मोदी ने 56.73 फीसदी मत प्राप्त कर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के रघुनाथ सिंह वर्ष 1951-1952 के दौरान हुए प्रथम आम चुनाव में 48.48 प्रतिशत जबकि 1957 में 54.39 और 1962 में 40 फीसदी मतों से जीत कर संसद पहुंचे।

वर्ष 1971 में राजा राम शास्त्री ने 46.97, 1980 में कमलापति त्रिपाठी ने 36.91, 1984 में श्याम लाल यादव ने 41.58 और वर्ष 2004 में डॉ. राजेश मिश्र ने 32.68 फीसदी मतों से कांग्रेस को जीत दिलायी। मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के एस एन सिंह ने 37.55 प्रतिशत मत हासिल कर जीत दर्ज की थी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में सत्रहवीं लोक सभा के चुनाव में मोदी के निकटतम प्रतिद्वंदवी समाजवादी पार्टी (सपा) की शालिनी यादव को 18.4 और कांग्रेस के अजय राय को 14.38 मत मिले हैं। राय को 2014 में 7.43 फीसदी मत मिले थे।

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