Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Mar, 2020 05:32 PM
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी मस्जिद की पुरातात्विक खुदाई मामले की सुनवाई शुक्रवार को फिर टल गई और अदालत ने इसके लिये 18 मार्च की तारीख तय कर दी । सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक आशुतोष तिवारी ने मुस्लिम पक्ष की अपील को खारिज कर...
वाराणसीः वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी मस्जिद की पुरातात्विक खुदाई मामले की सुनवाई शुक्रवार को फिर टल गई और अदालत ने इसके लिये 18 मार्च की तारीख तय कर दी । सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक आशुतोष तिवारी ने मुस्लिम पक्ष की अपील को खारिज कर दिया।
मुस्लिम पक्ष ने दलील दी थी कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय में यह मामला लंबित है लिहाजा सुनवाई नहीं की जानी चाहिये लेकिन न्यायाधीश ने इसे खारिज किया। मंदिर के पक्ष में दलील दी गई कि असली ज्योर्तिलिंग यहीं है। जिसका पता खुदाई से ही चल सकता है। काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर बने नंदी का मुंह भी ज्ञानवापी की तरफ है।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आज हुई सुनवाई के बाद ट्वीट कर राजनीतिक हलचल तेज कर दी । उन्होंने लिखा कि काशी विश्वनाथ के ज्योर्तिलिंग की मुक्ति और बहाली हिंदू नवजागरण का हिस्सा है। उम्मीद है कि मुस्लिम समुदाय इसमें सहयोग करेगा और मंदिर को बहाल करने में मदद करेगा।