Edited By Ruby,Updated: 15 Jul, 2019 06:12 PM
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अपने 5 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा आज मीडिया के सामने रखा। इस अवसर पर उन्होंने 122 पन्ने की पुस्तक राजभवन में राज्यपाल राम नाईक द्वारा 2018-19 का लोकार्पण किया। राजभवन में मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अपने 5 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा आज मीडिया के सामने रखा। इस अवसर पर उन्होंने 122 पन्ने की पुस्तक राजभवन में राज्यपाल राम नाईक द्वारा 2018-19 का लोकार्पण किया।
राजभवन में मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने अपने 5 साल की उपलब्धियां गिनाई। रामनाईक ने 22 जुलाई 2014 से अब तक राज्यपाल रहते हुए 30,225 लोगों से की व्यक्तिगत मुलाकात की। इसके साथ 2,19,643 पत्रों का राजभवन से निस्तारण किया गया। 5 सालों में लखनऊ के 955 और लखनऊ से बाहर के 536 कार्यक्रमों में राज्यपाल ने शिरकत की। वहीं यूपी के बाहर 147 कार्यक्रमों में शिरकत की। इसके साथ ही 5 साल के कार्यकाल में राम नाईक ने सिर्फ 22 दिन ही का अवकाश लिया।
गुरु पूर्णिमा की दी बधाई
राज्यपाल राम नाईक ने आगामी गुरु पूर्णिमा की सभी को बधाई देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रदेश बनने की राह पर अग्रसर है। 5 वर्ष में राजभवन को 2 लाख 19 हज़ार 643 पत्र मिले। उन्होंने 5 साल में 30 हज़ार 225 लोगों से राजभवन में आकर मुलाकात की।
गिनाई उपलब्धियां
राज्यपाल रामनाईक ने कार्यकाल के 5 वर्षों की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हमारे कार्यकाल के दौरान उच्च शिक्षा में काफी सुधार किया गया। समय-समय पर दीक्षांत समारोह व नकलविहीन परीक्षा कराने का काम किया। यूपी में अंबेडकर का नाम गलत ढंग से लिखा जाता था उसे मैंने सुधार करवाया। इसके साथ ही यूपी और महाराष्ट्र के बीच सौहार्द के संबंध रहे उसकी भी मैंने तमाम अनुबंधों के आधार पर कोशिश की। राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि यूपी के विश्वविद्यालयों में केंद्र सरकार ने भर्ती पर रोक लगाई थी यह रोक हटा दी गई है। अब विश्वविद्यालयों में भर्तियां प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया है। बता दें कि 22 जुलाई 2014 को रामनाईक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बनाए गए। जिसके चलते 22 जुलाई 2019 को उनका कार्यकाल पूरा होगा।