Edited By Ajay kumar,Updated: 05 Nov, 2019 05:08 PM
जिला जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। दरअसल जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करने पहुंची भीड़ को जेल प्रशासन ने अचानक रोक दिया। जिससे जेल परिसर के बाहर भगदड़ मच गई। इस अफरा-तफरी के दौरान...
गोरखपुर: जिला जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। दरअसल जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करने पहुंची भीड़ को जेल प्रशासन ने अचानक रोक दिया। जिससे जेल परिसर के बाहर भगदड़ मच गई। इस अफरा-तफरी के दौरान कई महिला मुलाकाती एक दूसरे के ऊपर गिर गईं जिससे कई महिलाओं को चोट लग गई। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह जेल परिसर के बाहर मुलाकाती धक्का-मुक्की कर रहे हैं। ऐसे में जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है।
गौरतलब है कि आज नोडल अधिकारी एडीजीएटीएस डीके ठाकुर का जेल निरीक्षण कार्यक्रम था। ऐसे में जेल पहुंचे सभी मुलाकातियों को एहतियतन रोक दिया गया। ऐसे में सुबह और दोपहर दोनों पहर के मुलाकातियों की संख्या ज्यादा होने से मौके पर भगदड़ मचा गई। हैरानी की बात यह है कि नोडल अधिकारी ने मुलाकातियों को जेल बंदियों से मिलने की अनुमति दी थी। इसके बावजूद जेल प्रशासन ने वाहवाही दिखाने को लेकर मुलाकातियों को बाहर ही रोके रखा। ऐसे में नोडल अधिकारी के जाते ही मुलाकाती नंबर लगाने को लेकर आपस में धक्का-मुक्की पर आमादा हो गए। जिसकी वजह से मौके पर भगदड़ मच गई।
वहीं मुलाकातियों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपने जेल बंदी से मिलने के लिए सुबह से इंतजार कर रहे थे। बावजूद इसके अधिकारियों की आवभगत को लेकर मुलाकातियों को बाहर रोक दिया गया। जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मुलाकातियों ने बताया कि अपने परिजनों से मिलने के लिए वह सुबह तीन बजे से भूखे-प्यासे यहां खड़े होकर अन्दर जाने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों ने बहुत पहले से ही हाथों पर अंदर जाने का मोहर भी लगा चुके हैं। इसके बावजूद भी उनको अन्दर जाने नहीं दिया जा रहा है। दरअसल जब नोडल के अधिकारी बाहर निकले तब पुलिसकर्मियों के द्वारा धक्का देने के साथ-साथ कई महिलाओं को मारा-पीटा भी गया। जिससे भगदड़ मच गई और महिलाओं के गिरने से उन्हें चोट भी लगी गई है।