Edited By Imran,Updated: 30 May, 2022 02:24 PM
काशी में आज अपने पति व बेटे की लंबी आयु के लिए महिलाओ ने वट सावित्री व्रत रखकर वटवृक्ष की पूजा अर्चना की । कहा जाता है कि इसी व्रत के बल पर सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी इसी वजह से महिलाओ द्वारा हर साल यह व्रत रखा...
वाराणसी: काशी में आज अपने पति व बेटे की लंबी आयु के लिए महिलाओ ने वट सावित्री व्रत रखकर वटवृक्ष की पूजा अर्चना की । कहा जाता है कि इसी व्रत के बल पर सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी इसी वजह से महिलाओ द्वारा हर साल यह व्रत रखा जाता है।
वटवृक्ष के पास महिलाएं इकट्ठा होकर पूजन अर्चन करती है। और वटवृक्ष के पेड़ में 108 बार परिक्रमा करखे सफेद सूत लपेटकर अपने पति के लंबी आयु की कामना करती हैं। पूजा करने वाली रखी अग्रहरि बताया कि अपने पति व बच्चे की लंबी आयु के लिए हम यह पूजा कर रहे है। वही ज्योतिष दैवज्ञ डॉ श्रीधर ओझा ने कहा कि सावित्री ने इसी पूजा के बल पर अपने अल्पायु पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी,उसके उसके बाद से सावित्री शब्द इस पूजा के साथ जुड़ गया अब वट सावित्री व्रत के नाम से जाना जाता है।