Edited By Deepika Rajput,Updated: 28 Jun, 2018 10:33 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मगहर में कबीर की समाधि पर पहुंचे और वहां तैयारियां का जायजा लिया। इस दौरान समाधि के एक मौलवी ने उन्हें टोपी पहनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने टोपी पहनने से इनकार कर दिया।
संत कबीर नगरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मगहर में कबीर की समाधि पर पहुंचे और वहां तैयारियां का जायजा लिया। इस दौरान समाधि के एक मौलवी ने उन्हें टोपी पहनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने टोपी पहनने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि टोपी के प्रति उनके मन में पूरी श्रद्धा है। चूंकि मैं पहनता नहीं इसलिए इसे आप ही रख लीजिए। उन्होंने इस सम्मान के लिए धन्यवाद भी दिया। वहीं कबीर की मजार पर सीएम योगी का टोपी पहनने से इनकार करने पर विवाद खड़ा हो गया, हालांकि बाद में संरक्षक खादिम हुसैन ने पूरे विवाद पर सफाई भी दी।
विपक्ष ने साधा निशाना
टोपी नहीं पहनने को लेकर सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा समाजवादी पार्टी के नेता सुनील साजन ने कहा कि दरअसल सारी टोपियां एक जैसी लगती हैं। योगी पाखंड में फंसे हुए हैं ऐसे लोगों को कबीरधाम नहीं जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि किसी को जबरदस्ती टोपी नहीं पहनानी चाहिए। पहले मोदी ने टोपी पहनने से इंकार किया था अब योगी ने कर दिया। टोपी पहनने से कोई छोटा या बड़ा नहीं हो जाता ये सिर्फ मान सम्मान का प्रतीक है।
बता दें कि, इससे पहले साल 2011 में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 3 दिन के उपवास के दौरान एक मुस्लिम मौलाना की ओर से दी गई टोपी नहीं पहनी थी।