Edited By Imran,Updated: 11 Dec, 2024 01:14 PM
उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में देर रात राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य मैनपुरी दौरे पर रहे जहां पर आज वह किशनी विधानसभा क्षेत्र के कुसमरा क्षेत्र में गांव गोला कुआं के मनोज शाक्य की मां के निधन...
मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में देर रात राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य मैनपुरी दौरे पर रहे जहां पर आज वह किशनी विधानसभा क्षेत्र के कुसमरा क्षेत्र में गांव गोला कुआं के मनोज शाक्य की मां के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंचे थे जहां पर उन्होंने मीडिया से रूबरू होकर भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा फिर से एक बार विवादित बयान देकर चर्चा में आ गए।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा सरकार पर हमलावर होते हुए कहा केंद्र और प्रदेश की सरकारें सभी मुद्दों पर फेल हो चुकी है। किसानों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। देश का किसान दिल्ली के बॉर्डर पर रोका जा रहा है किसानों की समस्या सुनने को कोई तैयार नहीं है। किसानों की समस्याएं उनको तबाही की ओर लेकर जा रही है।आज महंगी शिक्षा जानबूझकर महगी की जा रही है। जिससे कि किसान और गरीब लोग शिक्षा ग्रहण न कर पावे इसलिए शिक्षा को भी महंगा किया जा रहा है। वहीं पूरे देश का किसान इस समय छुट्टा जानवरों की आतंक से पीड़ित है जानवर किसने की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं सरकार जिनका समाधान नहीं कर पा रही है।
हिंदू मुस्लिम करके मुद्दों से भटका रही सरकार
सभी मूलभूत समस्याओं पर अपनी जवाब देही ना देनी पड़े इसके लिए सरकार देश की जनता को मंदिर मस्जिद और हिंदू मुस्लिम जैसे मुद्दों पर उलझा करगुमराह करने की कोशिश कर रही है। जिससे सरकार की कलई ना खुले सरकार की असफलता का जिक्र ना हो बिगड़ी कानून व्यवस्था पर बहस ना हो।बेरोजगारी पर चर्चा ना हो महंगाई पर चर्चा ना हो जाति जनगणना पर चर्चा ना हो आरक्षण खत्म किया जा रहा है और संविधान पर चर्चा ना हो। जनता की आँख में धूल झोकने के लिए हिंदू मुस्लिम का नाम लेकर के जनता को भटकाया जा रहा है।
मस्जिद में मंदिर खोजोगे तो मंदिर में खोजे जाएंगे बौद्ध मठ
संभल की घटना को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा देखिए अगर गड़े मुर्दे उखाड़ेंगे तो मस्जिद में मंदिर खोजने वालों को बहुत महंगा पड़ेगा इसलिए हर मस्जिद में मंदिर खोजना बंद कर दें क्योंकि अगर मस्जिद में मंदिर खोजेंगे तो लोग मंदिरों में बौद्ध मठ खोजना शुरू कर देंगे।इतिहास इस बात का गवाह है बद्रीनाथ, केदारनाथ,जगन्नाथ पुरी,रामेश्वरम यह सब बौद्ध तीर्थ स्थल थे इन सब को हिंदू धर्म में बदल दिया गया है। अगर ऐसा है तो बात यहां नहीं रुकेगीबाद इसके आगे भी जाएगी।सम्राट अशोक ने 84 हजार बौद्ध स्तंभ बनाए थे आखिर वह कहां चले गए।यानी कि इन्हीं लोगों ने उनको तोड़कर मंदिर बनाया है। तो अगर मस्जिद में मंदिर खोजा जाएगा तो मंदिर में बौद्ध मठ खोजा जाएगा।
15 अगस्त 1947 के बाद धार्मिक स्थलों की जैसी स्थिति है उसको स्वीकारें
जिस के लिए देश में अमन चैन रहे इसके लिए जरूरी है 15 अगस्त 1947 के दिन देश के किसी भी धर्म की जो धार्मिक स्थल स्थिति जैसी रही उसको स्वीकार करना चाहिए। जिसके लिए देश में अमन चैन और आपसी सौहार्द भाई चारा बना रहे। जो यहां की संस्कृति थी हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई बौद्ध जैन पारसी आपस में भाई-भाई बनकर देश आगे बढ़े।मंदिर मस्जिद की राजनीति वही हो रही है जहां पर भाजपा की सरकारे है।