Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 09 Jan, 2021 05:50 PM
खेतों में लहलहाती फसलों को देखकर किसानों के चहेरे खुशी से चमक उठते हैं। वहीं खेतों में खड़ी रबी की फसल को चट करते अन्ना पशुओं के आंतक से किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा हैं। जानवरों के नुकसान से बचने के लिए किसान रातभर खेतों में पहरेदारी...
फर्रुखाबाद: खेतों में लहलहाती फसलों को देखकर किसानों के चहेरे खुशी से चमक उठते हैं। वहीं खेतों में खड़ी रबी की फसल को चट करते अन्ना पशुओं के आंतक से किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा हैं। जानवरों के नुकसान से बचने के लिए किसान रातभर खेतों में पहरेदारी काट रहे हैं। रात के समय मवेशियों के झुण्ड के रूप में खेतों में घुस कर फसलों को चट कर रहे हैं।
वहीं झुंड के झुंड खेतों में घुसने से सरसों, गेहूं, चना की फसलों को रौंद कर बर्बाद कर रहे हैं। फसल नष्ट होने पर किसानों को मुआवजा भी नहीं मिलता हैं। जिससे किसानों को हर वर्ष नुकसान उठाना पड़ता हैं। दिनों दिन क्षेत्र में नील गायों की संख्या में इजाफा हो रहा हैं। जिसके कारण किसान सर्द रातों में खुले आसमान के तले सोने को विवश हो रहे हैं।
बर्बाद हो रही है फसल किसानों ने बताया कि जिस जगह से अन्ना गोवंशों का झुंड निकलता हैं। वहां की फसल पूरी तरह से खराब हो जाती हैं। अभी फसलों की सिचांई करने का समय हैं। सिचांई करने के बाद खेतों में गीला होने के कारण जब मवेशी खेत से गुजरते है तो उनके पैर जमीन में धंसने से फसलों बहुत नुकसान हो रहा हैं। रात के समय आवारा पशु किसानों के लिए सिर दर्द बने हुए है।