Edited By Imran,Updated: 27 Oct, 2024 11:59 AM
भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज रतन टाटा के निधन के बाद उनके सामाजिक दृष्टिकोण और सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं के सपने को साकार करने का जिम्मा अब युवा उद्यमी अर्जुन देशपांडे ने संभाल लिया है। महज 16 वर्ष की उम्र में अपने स्टार्टअप की शुरुआत करने वाले अर्जुन...
Ratan Tata: भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज रतन टाटा के निधन के बाद उनके सामाजिक दृष्टिकोण और सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं के सपने को साकार करने का जिम्मा अब युवा उद्यमी अर्जुन देशपांडे ने संभाल लिया है। महज 16 वर्ष की उम्र में अपने स्टार्टअप की शुरुआत करने वाले अर्जुन का मकसद था कि भारत में हर नागरिक को कम लागत में गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिल सकें। रतन टाटा से प्रेरणा पाकर अर्जुन ने अपने स्टार्टअप के जरिए जेनेरिक मेडिसिन्स की सस्ती उपलब्धता को प्राथमिकता दी।
अर्जुन देशपांडे, जिन्हें टेड टॉक के जरिए रतन टाटा से मिलने का अवसर मिला, ने अपने विचार और उद्देश्य को उनके सामने रखा। रतन टाटा, जो हमेशा समाज कल्याण के प्रति सजग रहे, ने अर्जुन के इस आइडिया को न केवल आर्थिक बल्कि नैतिक रूप से भी समर्थन दिया। अर्जुन का कहना है कि वे रतन टाटा को केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक प्रेरणा मानते हैं, और उनके सपनों को साकार करने के लिए अब और भी दृढ़ संकल्पित हैं। अर्जुन अब महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, और पंजाब सहित 17 से अधिक राज्यों में लोगों को सस्ती दवाओं की सुविधा देने के लिए काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनके लिए सिर्फ एक व्यवसाय नहीं बल्कि एक समाजसेवा का कार्य है।
युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा
अर्जुन और रतन टाटा की इस साझेदारी ने भारतीय युवाओं के लिए एक मिसाल कायम की है। रतन टाटा के जन्मदिन पर अर्जुन के साथ वायरल हुए वीडियो ने नई पीढ़ी के लिए एक संदेश छोड़ा है कि दृढ़ संकल्प और सही मार्गदर्शन से बड़े सपनों को साकार किया जा सकता है।