Edited By Imran,Updated: 04 Sep, 2024 01:30 PM
यूपी में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के पहले भाजपा अपनी हर कड़ी को मजबूत करती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल प्रदेश में भाजपा ने 4 साल बाद राज्य महिला आयोग का गठन किया। आगरा की बबीता चौहान को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया।
UP BJP: यूपी में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के पहले भाजपा अपनी हर कड़ी को मजबूत करती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल प्रदेश में भाजपा ने 4 साल बाद राज्य महिला आयोग का गठन किया। आगरा की बबीता चौहान को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया। गोरखपुर की चारू चौधरी को भी उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है।
भाजपा के द्वारा किए गए महिला आयोग के गठन में पिछड़े वर्ग को तरजीह दी गई है। बता दें कि आयोग कि अध्यक्ष और दोनों उपाध्यक्ष के साथ 11 सदस्य OBC से जुड़ी हैं। अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान खुद जाट समाज से आती हैं और उनकी शादी क्षत्रिय समाज में हुई है। उपाध्यक्ष अर्पणा यादव खुद क्षत्रिय समाज से हैं, लेकिन शादी यादव समाज में हुई है। दूसरी उपाध्यक्ष रुचि चौधरी भी जायसवाल समाज से हैं। आयोग की 25 सदस्यों में से 11 सदस्य पिछड़ी जाति से हैं। जबकि वैश्य समाज से 3, ब्राह्मण समाज से 2, क्षत्रिय समाज से 3, अनुसूचित जाति से 2 और कायस्थ समाज से 1 सदस्य है।
अपने पति प्रतीक यादव के साथ अपर्णा
भाजपा के द्वारा महिला आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति केवल एक साल के लिए की गई है। एक साल बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का कार्यकाल बढ़ जाता है। हालांकि, सदस्यों में कुछ नए लोग शामिल कर लिए जाते हैं। भाजपा सरकार ने महिला आयोग के गठन में क्षेत्रीय संतुलन का भी खास ध्यान रखा है। पश्चिमी यूपी, अवध, कानपुर-बुंदेलखंड के साथ पूर्वांचल से भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया है।
बड़ा सवाल, अर्पणा का राजनीतिक कद बढ़ेगा या नहीं
भाजपा ने यूपी के पूर्व सीएम और सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अर्पणा यादव को महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया है। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में इस पर चर्चा शुरू हो गई कि क्या उनका राजनीतिक कद बढ़ेगा?