Edited By Imran,Updated: 27 Mar, 2024 02:10 PM
Samajwadi Party: लोकसभा चुनाव के पहले सपा में रामपुर- मुरादाबाद सीट को लेकर चल रहा हाई वोल्टेज ड्रामा पर अखिलेश सामने आए हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि कोई भी कार्यकर्ता पार्टी विरोधी काम न करें, संयम बनाए रखे।
Samajwadi Party: लोकसभा चुनाव के पहले सपा में रामपुर- मुरादाबाद सीट को लेकर चल रहा हाई वोल्टेज ड्रामा पर अखिलेश सामने आए हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि कोई भी कार्यकर्ता पार्टी विरोधी काम न करें, संयम बनाए रखे।
आपको बता दें कि इस सियासी विवाद में पांच किरदार अहम हैं। इसमें से दो वो लोग हैं, जिन्हें समाजवादी पार्टी - रामपुर और मुरादाबाद से उम्मीदवार बना सकती है। इसके अलावा दो लोग वह हैं जिनके हाथ में सपा की बागडोर है। इसके अलावा एक नेता ऐसा भी है जिसके हाथ नामांकन पत्र आते-आते रह गया।
नामांकन से 24 घंटे पहले इस सियासी खेल की शुरूआत हो चुकी है। रामपुर और मुरादाबाद में सपा के भीतर ऐसा खेल शुरू हुआ जो उनके चुनावी नजर से नुकसानदायक हो सकता है। पहले तो आपको उन पांच किरदारों के बारे में बताते हैं जिनकी इस पूरे मामले में अहम भूमिका है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सपा नेता आजम खान, मुरादाबाद से सपा उम्मीदवार डॉ. एस.टी. हसन, रामपुर से सपा के संभावित उम्मीदवार इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी और मुरादाबाद से जिनके नाम की खूब चर्चा हुई वो रुचि वीरा। इन पांच किरदारों के इर्द-गिर्द ही रामपुर और मुरादाबाद की कहानी घूमती रही।
एक तरफ सपा ने रामपुर से सपा ने दिल्ली पार्लियामेंट मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को उम्मीदवार बना दी। वहीं मुरादाबाद लोकसभा सीट पर डॉ. एस.टी. हसन को उम्मीदवारी फिर बहाल हो सकती है। सपा सांसद और प्रत्याशी डॉ एस.टी. हसन के भाई मंजूर उल हसन ने बताया कि रुचि वीरा का टिकट कैंसल होगा, लेकिन रुचि वीरा नामांकन के लिए कलेक्ट्रेड ऑफिस पहुंच चुकी है। इतना होने के बाद यह भी कहा जा रहा है कि डॉ एस. टी. हसन के लिए नरेश उत्तम संशोधित चिट्ठी लेकर आ रहे हैं।