Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 May, 2020 04:20 PM
यूपी कांग्रेस ने कोरोना टेस्टिंग की विश्वनीयता पर संदेह जताया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को कहा कि सरकार पुलिस के दम पर कोरोना संक्रमितो के आंकड़े छिपा रही है। लल्लू ने कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में...
लखनऊः यूपी कांग्रेस ने कोरोना टेस्टिंग की विश्वनीयता पर संदेह जताया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को कहा कि सरकार पुलिस के दम पर कोरोना संक्रमितो के आंकड़े छिपा रही है। लल्लू ने कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है वहीं सरकार पुलिस के दम पर संक्रमितों की सही आंकड़े छिपा रही है। संचार माध्यमों से यह खबर पुख्ता हुई है कि सरकार पुलिस के दम पर कोरोना महामारी में मर रहे लोगों का आंकड़ा छुपा रही है। पूरे प्रदेश में टेस्टिंग का आंकड़ा बहुत ही कम है।
संचार माध्यमों से यह खबर पुख्ता हुई है कि सरकार पुलिस के दम पर कोरोना महामारी में मर रहे लोगों का आंकड़ा छुपा रही है। पूरे प्रदेश में टेस्टिंग का आंकड़ा बहुत ही कम है। उन्होने कहा कि योगी सरकार का तथाकथित ‘आगरा मॉडल’ ध्वस्त हो चुका है। प्रदेश में अभी तक 3467 कोरोना मरीजों में अकेले आगरा से 756 केस है।
प्रदेश सरकार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना महामारी से निपटने के लिये देश में आगरा मॉडल पेश किया था, जिसे खूब प्रचारित भी किया। जबकि हकीकत में कोरोना से ताजनगरी आगरा शहर सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। आगरा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हटाना सरकार की असफलता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
लल्लू ने कहा कि प्रदेश के दूसरे प्रमुख शहर मेरठ और कानपुर भी कोरोना महामारी से सर्वाधिक चपेट में है। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों पर सरकारी अधिकारियों के दबाव से महामारी की हकीकत को छिपाया जा रहा है, जिसका परिणाम प्रदेश की निर्दोष आम जनता को भुगतना होगा।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार प्रदेश के सभी डॉक्टर, नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मी जनों के लिए अभी तक बेहद जरूरी पीपीई किट तक उपलब्ध नही करवा पायी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा अनुबंधित कई प्राइवेट लैबों के कोरोना टेस्ट संदिग्ध पाये गये है।