Edited By Mamta Yadav,Updated: 02 Nov, 2024 11:41 PM
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रही है और आगामी महाकुंभ इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को इस संबंध में जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि अनुमान है कि इस...
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रही है और आगामी महाकुंभ इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को इस संबंध में जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि अनुमान है कि इस भव्य आयोजन से जुड़े प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों से 45,000 से अधिक परिवारों को लाभ होगा।
45 हजार से अधिक परिवार को रोजगार
बता दें कि योगी सरकार की नई पर्यटन नीति पर्यटन क्षेत्र के लिए जहां गेम चेंजर साबित हो रही है और इससे रोजगार की असीमित संभावनाएं खुल गई हैं। इसी से ही प्रयागराज में महाकुंभ के पहले पर्यटन से स्किल डेवलेपमेंट और मैनेजमेंट की ट्रेनिंग देने से बड़ी तादाद में युवाओं को रोजगार मिलेगा। उनकी आय भी बढ़ेगी। क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी के मुताबिक, महाकुंभ के पहले इस ट्रेनिंग कैंपेन से 45 हजार से अधिक परिवारों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
योगी सरकार में बदल रही पर्यटन की तस्वीर
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से उपेक्षित पड़े पर्यटन सेक्टर को प्रदेश की योगी सरकार ने नई ऊंचाई दी है। 16 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश की नई पर्यटन नीति-2022 को मंज़ूरी मिलने के बाद पर्यटन क्षेत्र के विकास का नक्शा बदलना शुरू हुआ था। नई पर्यटन नीति के तहत प्रदेश में 20 हजार करोड़ के निवेश और 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें भी सबसे पहले पर्यटन सेक्टर से जुड़े सर्विस प्रोवाइडर को कौशल विकास और प्रबंधन से जोड़ना महत्वपूर्ण है। प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ इसके लिए बड़ा मंच साबित हो रहा है।