Edited By Anil Kapoor,Updated: 24 Jun, 2024 08:17 AM
Lucknow News: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) ने इस साल फरवरी में आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) परीक्षा का प्रश्नपत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक कराने के आरोप में रविवार को प्रेस के एक कर्मचारी समेत 6 लोगों को...
(अश्वनी कुमार सिंह)Lucknow News: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) ने इस साल फरवरी में आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) परीक्षा का प्रश्नपत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक कराने के आरोप में रविवार को प्रेस के एक कर्मचारी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने एक बयान में बताया कि इस साल 11 फरवरी को आयोजित हुई परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करवाने के मामले में प्रयागराज जिले के कीडगंज क्षेत्र में प्रिंटिंग प्रेस कर्मी सुनील रघुवंशी, सुभाष प्रकाश, विशाल दुबे, संदीप पाण्डेय, अमरजीत शर्मा और विवेक उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है, उनके कब्जे से एक लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन, मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र और पांच खाली चेक बरामद हुए हैं।
परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर हो गया था वायरल
उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग ने यह परीक्षा आयोजित की थी, लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद सरकार ने परीक्षा निरस्त करते हुए मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी थी। इस मामले में गिरोह के सरगना राजीव नयन समेत 10 अभियुक्तों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बयान के मुताबिक जांच में पता हुआ कि प्रश्नपत्र 11 फरवरी की सुबह प्रयागराज स्थित परीक्षा केन्द्र बिशप जॉन्सन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज से लीक कराया गया था, साथ ही जांच में यह आशंका भी मजबूत हुई कि पेपर उस परीक्षा केन्द्र से ही नहीं बल्कि प्रिन्टिग प्रेस से भी लीक कराया गया होगा।
कॉलेज में परीक्षा के दिन सुबह 6 बजे मोबाइल फोन से स्कैन करके लीक किया गया था प्रश्नपत्र
रविवार को पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि प्रश्नपत्र कॉलेज में परीक्षा के दिन सुबह लगभग साढ़े 6 बजे मोबाइल फोन से स्कैन करके लीक किया गया था, इसके अलावा प्रिटिंग प्रेस के कर्मी सुनील रघुवंशी को साथ मिलाकर प्रेस से भी प्रश्न पत्र लीक कराया गया था। बयान के मुताबिक पेपर लीक कराने वाले उपरोक्त अपराधियों का एक संगठित गैंग है, इस गिरोह में सरगना राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल की परिचित शिवानी भी शामिल है। बयान में कहा गया है कि शिवानी ही राजीव नयन के पैसों के लेन देन का काम देखती थी, प्रश्नपत्र लीक मामले में और लोगों की संलिप्तता के संबंध में एसटीएफ की जांच अभी जारी है।