Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Dec, 2017 06:48 PM
आगरा के थाना ताजगंज में छेड़छाड़ का मुकद्दमा बिना जांच पड़ताल के दर्ज कर लिया गया। आरोपी पक्ष का कहना है कि पहले झूठे आरोप लगाकर मुकद्दमा दर्ज कराया गया। इसमें आरोपी बना...
आगराः आगरा के थाना ताजगंज में छेड़छाड़ का मुकदमा बिना जांच पड़ताल के दर्ज कर लिया गया। आरोपी पक्ष का कहना है कि पहले झूठे आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया गया। इसमें आरोपी बनाए गए एक व्यक्ति की 10 साल पहले मौत हो चुकी है। अब पुलिस दबिश देकर उसे सामने लाने के लिए दबाव बना रही है। थाना ताजगंज क्षेत्र की महिला ने यह मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि उसकी 2 बेटियां 12वीं की छात्राएं हैं, उन्हें पड़ोसी राकेश और उसके परिवारीजन परेशान करते हैं, उनके साथ छेड़छाड़ करते हैं।
जानकारी के मुताबिक 9 दिसम्बर को तांगा स्टैंड पर 4 लोगों ने बेटियों को रोक लिया और उनसे अश्लील हरकत की। शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। शिकायत करने पर तेजाब डालने की धमकी दी। इसकी शिकायत आरोपी युवकों के घर पर की गई तो उन्होंने हमला बोल दिया। पीड़िता की घर में घुसकर पिटाई की गई। इस मामले में पीड़िता ने एस.एस.पी. आफिस में शिकायत की।
इसके बाद थाना ताजगंज पुलिस ने 19 दिसम्बर को राकेश, ईश्वरी प्रसाद, पप्पू, गौरव, सौरभ, सुनीता, किरन, अंजलि और राधेलाल के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट सहित अन्य धाराओं में मुकद्दमा दर्ज कर लिया। गुरुवार को आरोपी पक्ष के लोग एस.एस.पी. आफिस आए। उनका कहना था कि झूठा आरोप लगाकर मुकद्दमा दर्ज कराया गया है। मुकद्दमे में आरोपी बनाए गए राधेलाल की 10 साल पहले मौत हो चुकी है। पुलिस ने बिना जांच के मुकद्दमा दर्ज कर लिया। मामूली मारपीट हुई थी।
उधर, इंस्पेक्टर थाना ताजगंज ने बताया कि मुकद्दमे में आरोपी बनाया गया व्यक्ति मर चुका है या नहीं, यह जांच का विषय है। जिस महिला ने मुकद्दमा दर्ज कराया है। उस पर पहले से मारपीट का मुकदमा दर्ज है। इस मामले में जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।