Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 06:52 PM
पीतलनगरी के नाम से विख्यात उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर भट्टियों तथा ई-कचरा जलाने से हो रहे प्रदूषण के कारण देश का सबसे प्रदूषित शहर है।
मुरादाबाद: पीतलनगरी के नाम से विख्यात उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर भट्टियों तथा ई-कचरा जलाने से हो रहे प्रदूषण के कारण देश का सबसे प्रदूषित शहर है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी रपिोर्ट के अनुसार गत मंगलवार को देश के प्रदूषति शहरों में मुरादाबाद पहले पायदान पर आ जाने के बाद से नियमित सर्वे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। यहां की हवा में 500 प्रति घन मीटर प्रदूषण की मात्रा मापी गई है, जो किसी भी जीव-जन्तुओं के लिए खतरनाक है। जानकारों की मानें तो इसकी मात्रा 200 से अधकि होने पर हानकिारक मानी जाती है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि देश के सबसे प्रदूषित शहरों की श्रेणी में टॉप फाइव में उत्तर प्रदेश के तीन प्रदूषित शहरों में मुरादाबाद का-500 प्रति घन मीटर,गाजियाबाद-475 प्रति घन मीटर,नोएडा-468 प्रति घन मीटर जबकि हावड़ा का 451 प्रति घन मीटर,दिल्ली का 448 प्रति घन मीटर है। प्रदूषण नयिंत्रण बोर्ड की प्रोजेक्ट प्रभारी हिन्दू डिग्री कॉलेज की वनस्पति विज्ञान की प्रो. अनामिका त्रिपाठी ने को बताया कि मुरादाबाद में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा स्थापित वायु गुणवता अनुश्रवण केंद्र द्वारा पिछले दो दिनों में जो आंकड़े रिकॉर्ड दिये हैं वह मुरादाबाद के लिए किसी भी मायने में संतोष देने वाले नहीं है।
मुरादाबाद के लाजपत नगर में स्थापित केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्थानीय केंद्र द्वारा गत मंगलवार को जारी डेली एयर इंडेक्स रिपोर्ट में मुरादाबाद को सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में पहले स्थान पर था। मुरादाबाद में रिकॉर्ड किए आंकड़ों में प्रति गहन मीटर में 500 मापा गया है, जबकि दिल्ली में यह आंकड़ा 448 और गाजियाबाद में 475 प्रति घन मीटर मापा गया है।