Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 08:33 PM
जेवर कांड की जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। महिलाओं की मेडिकल जांच के दौरान गैंगरेप की पुष्टि भी नहीं हुई है। इससे पहले पड़ोसी पर गैंगरेप और लूट करने का इल्ज़ाम लगाने वाली महिला अपने बयान से मुकर गई।
नोएडा: जेवर कांड की जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मेडिकल जांच रिपोर्ट में महिलाओं के साथ गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले पड़ोसी पर गैंगरेप और लूट करने का इल्ज़ाम लगाने वाली महिला अपने बयान से मुकर गई।
जेवर कांड में उस वक्त नया ट्विस्ट आ गया, जब पीड़िता ने अपने पहले बयान से मुकरते कहा कि उसने गुस्से और भावनाओं में बहकर पड़ोसी का नाम ले लिया था। इस बात से मामले के जांच अधिकारी भी हैरान हैं। उधर, दूसरा ट्विस्ट तब सामने आया, जब जिले के सीएमओ ने खुलासा किया कि पीड़ित महिलाओं की जांच में महिलाओं से गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि महिलाओं के कपड़े एफएसएलजांच के लिए भेज दिए गए हैं।
गैंगरेप की बात अभी तक साफ नहीं- सीएमओ
सीएमओ के मुताबिक तीन हफ्ते में एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद मुकम्मल तौर पर पता चल सकेगा कि महिलाओं से गैंगरेप हुआ था या नहीं। इस खुलासे के चलते गैंगरेप की बात अभी तक साफ नहीं है। आपको बता दें कि जेवर मामले यूपी पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी है। यूपी पुलिस की मदद के लिए एसटीएफ की एक टीम को भी लगाया गया है।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना इलाके के साबौता गांव के पास बुधवार की रात आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने कार में सवार होकर जा रहे एक परिवार के साथ लूटपाट की थी। विरोध करने पर बदमाशों ने परिवार के मुखिया की गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं कार में सवार चार महिलाओं के साथ गैंगरेप किए जाने की बात भी सामने आई थी।