Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Jul, 2018 01:56 PM
सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही यूपी में सब कुछ धीरे-धीरे भगवा रंग में रंगा जा रहा है। चाहे वह सरकारी बस हो, इमारत हो, स्कूल बैग हो या सरकारी स्कूल, सभी का रंग भगवा किया जा रहा है। मामला प्रतापगढ़ का है। जहां आंगन बाड़ी को भ...
प्रतापगढ़ः सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही यूपी में सब कुछ धीरे-धीरे भगवा रंग में रंगा जा रहा है। चाहे वह सरकारी बस हो, इमारत हो, स्कूल बैग हो या सरकारी स्कूल, सभी का रंग भगवा किया जा रहा है। मामला प्रतापगढ़ का है। जहां आंगन बाड़ी को भगवा रंग करवाने में सरकार लाखों रुपए खर्च कर रही है। उसी प्रांगड़ में भारत का भविष्य कहे जाने वाले मासूम बच्चे सुखी रोटी खाने और गंदे कपड़े पहनने को मजबूर है। शायद सूबे के सरकारी स्कूलों को भगवा रंग से ज्यादा जरूरत शिक्षा और साफ सुथरे भोजन की नहीं है।
कैबिनेट मंत्री मोती सिंह का विधानसभा छेत्र पट्टी का आसपुर देवसरा प्राथमिक विद्यालय जहां पढाई भले ही निम्न स्तर पर होती हो, लेकिन राजनीति तो उच्च कोटि की होती है। यही वजह है कि इलाके के आसपुर देवसरा प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा बीआरसी केद्रों की दीवारों को भगवा रंग किया गया है।
वहीं मासूमों द्वारा सूखी रोटी खाने की कैमरे में कैद तस्वीरे सूबे के मुखिया को आइना दिखाने के लिए काफी है। भगवा रंग में रंगे जा रहे विद्यालय की इलाके में आलोचना शूरू हो गई है। बावजूद इसके सम्बन्धित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं और इस मामले में कैबिनेट मंत्री मोती सिंह भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।