Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 15 May, 2021 08:08 PM
आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस की रफ्तार भले ही थोड़ी धीमी पड़ी हो मगर अबकी बार इसका कहर शहरों के साथ-साथ गांवों...
लखनऊः आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में खतरनाक कोरोना वायरस की रफ्तार भले ही थोड़ी धीमी पड़ी हो मगर अबकी बार इसका कहर शहरों के साथ-साथ गांवों में भी बढ़ गया है। ऐसे में नियंत्रण व लापरवाही न करने को लेकर सख्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उनकी टीम अलर्ट मोड पर है और इसके मद्देनजर कई बड़े फैसले ले रही है। इसी क्रम में सीएम योगी ने इसके लिए सीनियर आईएएस अफसरों को जिलों का नोडल अधिकारी बनाया है। प्रदेश में 59 अफसरों को 75 जिलों का नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है।
बता दें कि अपने सरकारी आवास पर टीम-9 के साथ बैठक के दौरान सीएम योगी ने ये महत्वपूर्ण फैसला लिया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को अब गांवों पर अधिक फोकस करने का निर्देश दिया है। लिहाजा 75 जिलों में 59 अफसरों को नोडल अफसर बनाया है।
आगे बता दें कि अपर मुख्य सचिव के साथ ही प्रमुख सचिव और सचिव स्तर के अधिकारी गांवों में बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण पर अंकुश लगाने के प्रयास में जिला प्रशासन के कार्य पर नजर रखेंगे। नोडल अधिकारी रोज जिलाधिकारी तथा सेक्टर प्रभारी के रूप में तैनात जिला प्रशासन के अधिकारी से रोज रिपोर्ट लेंगे।
योगी सरकार ने डिम्पल वर्मा को हरदोई, राजन शुक्ला को महराजगंज, टी वेंकटेश को अयोध्या, हेमंत राव को इटावा व औरैय्या, बीएल मीना को मूजफ्फरनगर व शामली, प्रभात सरंगी को एटा व हाथरस, सुरेश चंद्रा को बरेली, सुधीर गर्ग को प्रतापगढ़, भुवनेश कुमार को जौनपुर तथा बी हेकाली झिमोमी को देवरिया का नोडल अफसर बनाया गया है। यह सभी जिलों में एक सप्ताह तक प्रवास करेंगे।