Edited By Deepika Rajput,Updated: 26 Sep, 2018 04:34 PM
कहते हैं कि अगर कभी न हार मानने का जुनून हो और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश में संतकबीरनगर जिले के छोटे से गांव के छोरे यशपाल यादव ने कर दिखाया है।
संतकबीरनगरः कहते हैं कि अगर कभी न हार मानने का जुनून हो और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश में संतकबीरनगर जिले के छोटे से गांव के छोरे यशपाल यादव ने कर दिखाया है।
महुली क्षेत्र के गांव भैंसहीजोत के निवासी यशपाल ने हाल ही में संपन्न हुई राष्ट्रीय मिक्स्ड मार्शल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया है। हैरानी की बात तो यह है कि परिवार के लोगों को अपने घर की प्रतिभा के बारे में कानोंकान खबर नहीं थी। यशपाल ने परिवार के राजनैतिक माहौल से हटकर अपनी अलग पहचान बनाई है।
बता दें कि, नई दिल्ली में 21 से 23 सितंबर तक आयोजित हुई नेशनल एमएमए चैम्पियनशिप में वेल्टर मेन वर्ग में 76 किग्रा भार वर्ग में हिस्सा लिया था। अपने पहले लीग मुकाबले में यशपाल ने उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तराखंड के मोहित ठाकुर को अंकों के आधार पर हराया।
दूसरे मुकाबले में हरियाणा के शुभम मलिक तथा तीसरे मुकाबले में छत्तीसगढ़ के सुमित नरवाल को भी अंकों के आधार पर रिंग से बाहर किया। अंतिम फाइट में यशपाल ने दिल्ली के प्रवीन लोहिया को रिंग मे ढेर कर चैम्पियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किया।