Edited By Ruby,Updated: 31 Aug, 2018 02:39 PM
उत्तर प्रदेश की संगम नगरी इलाहाबाद में पिछले कुछ दिनों से उफान पर रही यमुना का जलस्तर घटने से तटवर्ती इलाकों के निवासियों ने राहत की सांस ली है जबकि पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में मात्र दो सेंटीमीटर का ही इजाफा हुआ है। अधिशासी अभियंता सिंचाई...
इलाहाबादः उत्तर प्रदेश की संगम नगरी इलाहाबाद में पिछले कुछ दिनों से उफान पर रही यमुना का जलस्तर घटने से तटवर्ती इलाकों के निवासियों ने राहत की सांस ली है जबकि पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में मात्र दो सेंटीमीटर का ही इजाफा हुआ है।
अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग बाढ़ खंड मनोज सिंह ने बताया कि बरसात की कमी के कारण यमुना का जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। अगर बारिश पुन: शुरू होती है तो यमुना का जलस्तर एक बार फिर बढ़ सकता है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वृहस्पतिवार की तुलना में शुक्रवार को यमुना का जलस्तर 18 सेंटीमीटर कम हुआ हुआ है जबकि गंगा का जलस्तर में मामूली दो सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है।
सुबह आठ बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 80.040, छतनाग में 77.970 और नैनी (यमुना) का जलस्तर 78.500 दर्ज किया गया है जबकि वृहस्पतिवार को फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 80.020, छतनाग में 78.100 और नैनी (यमुना) 78.620 मीटर दर्ज किया गया था। इलाहाबाद में खतरे का निशान 84.73 मीटर दर्ज है। गंगा और यमुना खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही हैं। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा है।