Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 08 Mar, 2021 05:46 PM
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद सख्त है। मिशन शक्ति, एंटी रोमियो स्क्वॉयड टीम और पिंक ऑटो का उदाहरण देना काफी रहेगा
लखनऊः महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद सख्त है। मिशन शक्ति, एंटी रोमियो स्क्वॉयड टीम और पिंक ऑटो का उदाहरण देना काफी रहेगा। मगर महिलाओं की कंफर्ट को देखते हुए शूरू हुआ पिंक ऑटो प्रोजेक्ट मरणासन्न स्थिति में है। यूपी की सड़कों को देखें तो मानो की ये ईद का चांद हो गई है। लिहाजा महिलाएं मजबूर हैं उसी ऑटो में बैठने को जहां पर कुछ एक पुरूष गंदी नियत के भी बैठें हो।
बता दें कि ये ऑटो पिंक कलर के होते हैं। जब ये प्रोजेक्ट आया था तो स्कूल कॉलेज जाने वाली बच्चियों के अभिभावकों एवं महिलाओं की रोज शहर में यात्रा करते वक्त होने वाली असुरक्षा की भावना भी दूर होगई थी। मगर हुआ वही जो नहीं होना था। ऑटो गायब दिखते हैं और महिलाओ ब्लैक ऑटो पर सवार। हालांकि आरटीओ का दावा था कि जल्द ही कई और ऑटो का सड़कों पर उतारने की तैयारी है। गौरतलब है कि सेंट्रल गवर्नमेंट का यह पुराना प्लान है। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के कारण बनारस में इसकी शुरुआत दो ऑटो से हुई थी। जल्द ही 25 पिंक ऑटो को भी परमिट दिया जाना था।