Edited By Ajay kumar,Updated: 22 Jan, 2020 10:39 AM
अलीगढ़ के शाहजमाल ईदगाह का नज़ारा आज किसी शाहीन बाग से कम नहीं था। भीड़ भी बहुत थी, महिलाएं भी बहुत थीं और मांग भी वही थी, हमें सीएए एनआरसी की वापसी चाहिए।
अलीगढ़: अलीगढ़ के शाहजमाल ईदगाह का नज़ारा आज किसी शाहीन बाग से कम नहीं था। भीड़ भी बहुत थी, महिलाएं भी बहुत थीं और मांग भी वही थी, हमें सीएए एनआरसी की वापसी चाहिए। हम इस कानून को नहीं मानते हैं। इस दौरान शहर के मध्य में बनी ईदगाह इलाके में जिला प्रशासन से अनुमति लेने के बाद पहुँची भीड़ ने इस कानून के विरोध में जमकर अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि हम लोग यहीं मरेंगे ये हमारा हिंदुस्तान है। हम ये देश छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। बड़ी संख्या में एकत्रित हुए मुस्लिम समाज के लोगों की भीड़ को देखते हुए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध भी जिला प्रशासन की ओर से किए गए हैं।
विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाओं ने कहा कि हम लोग सीएए एनआरसी के विरोध में आज यहां पर आए हैं। हम लोग किसी भी सूरत में इस कानून को नहीं आने देंगे। हम अपने बच्चों को लेकर यहीं तब तक बैठेंगे जब तक एनआरसी को वापस नहीं लिया जाता। हमारी हिन्दू मुसलमान जैसी कोई मांग नहीं है। हम अमन चैन देश में चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि ये कानून सीएए जो बन गया है वो लागू हो। हिंदुस्तान जि़ंदाबाद।
धरने में शामिल लोगों ने कहा कि आज एनआरसी व सीएए को लेकर एक अजीब खौफ देश के साथ साथ यूपी के लोगों में भी देखा जा रहा है। जहां एक बच्चा अपने माँ बाप से ये पूछ रहा है कि क्या हमें भी हिंदुस्तान से जाना होगा। जिस प्रकार देश के गृहमंत्री अमित शाह ने मुसलमानों को न शामिल करके इसको इतना बड़ा मामला बना दिया है ये बिल्कुल ही गैर संवैधानिक काम किया गया है। जितने राज्यों में जो महिलाएं बाहर सड़कों पर निकली हैं वे वहां बैठकर दुआ भी कर रही हैं कि इनके दिलों में ऊपरवाला हमदर्दी डाले ताकि वह सीएए व एनआरसी को वापस ले लें। हम लोग आखिरी दम तक इसके खिलाफ़ अपनी आवाज को बुलंद करते रहेंगे।