Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Jul, 2019 11:51 AM
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर्यावरण की बेहतरी व हरियाली के लिए शानदार और अभिनव प्रयास करने जा रही है। इस अभियान को पौधारोपण महाकुंभ का नाम दिया गया है।
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर्यावरण की बेहतरी व हरियाली के लिए शानदार और अभिनव प्रयास करने जा रही है। इस अभियान को पौधारोपण महाकुंभ का नाम दिया गया है। पौधारोपण महाकुंभ के तहत सरकार इस वर्ष 15 अगस्त को प्रदेश के हर हिस्से में 22 करोड़ पौधे लगाएगी, जो अपने आप में एक रिकार्ड होगा। इस महाअभियान का आने वाले समय में दूरगामी परिणाम देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयास है कि 2022 तक प्रदेश में हरियाली का स्तर 15 प्रतिशत तक पहुंचे जोकि अभी उनके प्रयासों के बाद 9.2 प्रतिशत के करीब है। प्रदेश की जनता और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक बड़ा तोहफा होगा।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि अभी हाल ही में आए फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के मुताबिक पिछले 2 वर्षों में प्रदेश में वन क्षेत्र 676 वर्ग किलोमीटर बढ़ा है। यह अपने आप में ही एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री के तौर पर काम संभालने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ जी ने इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए थे। इसके तहत पिछले वर्ष एक ही दिन में 11 करोड़ पौधे लगाए गए थे। इन कोशिशों के चलते ही आज प्रदेश में हरियाली का स्तर 9.2 प्रतिशत पहुंच गया है। 22 करोड़ पौधारोपण के बाद हरियाली का यह स्तर लगभग 12 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री जी की कोशिश है कि 2022 तक हरियाली के इस स्तर को 15 प्रतिशत तक पहुंचाया जाए।
प्रदूषण के खात्मे से लेकर बीमारियों से बचाव और बेहतरीन पर्यावरण के तौर पर इसके शानदार नतीजे देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इस साल 22 करोड़ पौधे लगाने के लिए मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। इसके लिए किसानों से सर्वे करवाकर उनकी पसंद के पौधे पौधशालाओं में तैयार करवाए गए हैं। अब इन पौधों को लगाने के लिए 15 अगस्त की तारीख चुनी गई है। ये 22 करोड़ पौधे प्रदेश सरकार की तरफ से नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि 22 करोड़ पौधारोपण के इस महाअभियान को पौधारोपण महाकुंभ का नाम दिया गया है। पौधारोपण महाकुंभ अभियान से प्रदेश की सभी 58 हजार 924 ग्राम पंचायतों और 652 शहरी क्षेत्रों को जोड़ दिया गया है। इस महाअभियान के लिए हर गांव में वृक्ष अभिभावक यानी कि ट्री गार्डियन बना दिए गए हैं। ये वृक्ष अभिभावक पौधे लगाए जाने से लेकर उनकी देखरेख तक की जिम्मेदारी उठाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए ग्राम प्रधान को भी जवाबदेह बनाया गया है। प्रदेश सरकार के 23 मंत्रालय इस महाअभियान का हिस्सा बनेंगे।