Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 15 Jun, 2024 05:39 PM
उत्तर प्रदेश में लोकसभा के चुनाव के रिजल्ट बीजेपी के लिए संतोषजनक नहीं थे। पूर्वांचल में बीजेपी के निराशाजनक ....
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा के चुनाव के रिजल्ट बीजेपी के लिए संतोषजनक नहीं थे। पूर्वांचल में बीजेपी के निराशाजनक प्रदर्शन की कई वजहें बताई जा रही हैं। इस बीच कुंडा से बाहुबली विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पार्टी की तरफ से बड़ा सामने आया है। राजा भैया के भाई और एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने दावा किया कि अनुप्रिया पटेल ने राजा भैया के खिलाफ जो बोला, उसका नुकसान भाजपा को हुआ है। वह कहते हैं कि इतिहास गवाह है, जब-जब किसी नेता ने राजा भैया के खिलाफ बोला, उसे नुकसान उठाना पड़ा। अनुप्रिया की बयानबाजी से पूरे प्रदेश के क्षत्रिय वोटर्स नाराज हुए।
एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए अक्षय प्रताप से पूछा गया कि क्या ठाकुरों की नाराजगी से भाजपा को नुकसान हुआ? उन्होंने कहा कि देखिए, मैं क्षत्रिय समाज का नेता नहीं हूं। जिस तरह से राजा भैया के खिलाफ बयानबाजी की गई। इससे पूरे प्रदेश में राजा भैया को मानने वाले क्षत्रिय वोटर्स नाराज हुए। इसका रिजल्ट सामने है। एक जिम्मेदार पद पर बैठने वाले नेता को किसी तरह की बयानबाजी नहीं करना चाहिए। इतिहास गवाह है कि 1996 से जब भी प्रतापगढ़ के आंगन में राजा भैया के खिलाफ कुछ बोला गया है, उसका असर देखने को मिला है।
जिसने भी राजा भैया के खिलाफ बयान दिया, उसे नुकसान हुआ? इस पर अक्षय प्रताप ने जवाब दिया कि आप चौथे स्तंभ हैं, खुद ही इसकी समीक्षा करिए । 1996 में कल्याण सिंह ने बयान दिया, उनकी स्पष्ट सरकार नहीं बन पाई। 2017 में अखिलेश ने भी बयान दिया, उनकी भी सरकार नहीं बन पाई। अब 2024 में अनुप्रिया पटेल ने बयान दिया है, आप रिजल्ट खुद ही देख लीजिए। जब किसी के खिलाफ गलत तरीके से बात करेंगे तो उसके चाहने वालों को ठेस लगेगी और फिर उसका रिएक्शन होगा।
बता दें कि यूपी की 80 सीटों में सपा ने 37 पर जीत दर्ज की है, जबकि, बीजेपी को 33 सीटें मिली हैं। वहीं, कांग्रेस को 6 सीट, रालोद को 2 सीट, आजाद समाज पार्टी और अपना दल (एस) को एक-एक सीट हासिल हुई है। मायावती की पार्टी बसपा का खाता नहीं खुला है।