Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Feb, 2021 12:16 PM
लखीमपुर खीरी के निघासन तहसील क्षेत्र के गांव बाबू पुरवा, भेरमपुर, मांझा व कड़िया समेत अन्य इलाकों के 60 से ज्यादा युवक भी शामिल हैं, जो पावर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए दो महीने पहले गए थे...
लखीमपुर खीरी: उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से आई भीषण तबाही में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के कई मजदूर भी लापता हैं। त्रासदी की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। जिस वक्त जल तबाही आई उस वक्त तपोवन के पॉवर प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई मजदूर टनल में फंस गए।
इनमें निघासन तहसील क्षेत्र के गांव बाबू पुरवा, भेरमपुर, मांझा व कड़िया समेत अन्य इलाकों के 60 से ज्यादा युवक भी शामिल हैं, जो पावर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए दो महीने पहले गए थे। हादसे के बाद से परिजनों का उनसे कोई भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। सभी का रो-रोकर बुरा हाल हैं।
निघासन तहसील क्षत्र से गए मजदूरों में इच्छा नगर गांव के 11 और भिड़ौरी से करीब 6 मजदूर काम करने को लेकर गए थे। अब इनके परिवार फोन आते ही टकटकी लगाए उस आवाज़ को सुनने की कोशिश में है, जो इनके लापता हुए करीबी की है।
इसी इलाके के एक चश्मदीद मजदूर ने अपनी आंखों से 5-6 साथियों को बहते हुए भी देखा है। जो चिंता विषय बना हुआ है।