Edited By Umakant yadav,Updated: 25 Sep, 2020 01:33 PM
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में महिलाओं-बच्चियों (Women and Girls) के साथ बढ़ते अपराध (Crime) पर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी (UP DGP Hitesh Chandra Awasthi) ने तुरंत एफआईआर करने...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में महिलाओं-बच्चियों (Women and Girls) के साथ बढ़ते अपराध (Crime) पर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी (UP DGP Hitesh Chandra Awasthi) ने तुरंत एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही लोगों कि तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का भी निर्देश जारी किया है। इतना ही नहीं भीड़ भाड़ वाले इलाकों में सादी वर्दी में पुलिस कर्मी तैनात करने के निर्देश दिए है। डीजीपी ने चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मी को बॉडी वॉर्न कैमरा पहनने को कहा है।
DGP ने सभी पुलिस कप्तानों, जोन के ADG और IG को दिए निर्देश
बता दें कि महिलाओं-बच्चियों संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए प्रदेश के डीजीपी हितेशचंद्र अवस्थी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। जिसके तहत डीजीपी ने सभी पुलिस कप्तानों, जोन के एडीजी और आईजी को निर्देश देते हुए कहा है कि महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाले अपराधों की तुरन्त FIR दर्ज की जाए। इतना ही नहीं FIR में दर्ज नामजद लोगों की तत्काल गिरफ़्तारी भी की जाए। साथ ही डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने एन्टी रोमियो स्क्वाड का अभियान प्रभावी रूप से चालने के निर्देश दिए है।
चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों को बॉडी वॉर्न कैमरा पहनने का निर्देश
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अधिक भीड़ भाड़ वाले इलाकों में महिला कॉन्सटेबलों को साड़ी में तैनात किये जाने के निर्देह दिए है। साथ ही महिला अपराध से संबंधित हॉट स्पॉट स्थानों पर महिला पुलिस कर्मियों द्वारा गस्त किये जाने के निर्देश दिए है। भीड़ भाड़ वाले इलाकों में सादी वर्दी में पुलिस कर्मी तैनात करने के निर्देश दिए है। इतना ही नहीं डीजीपी ने चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मी को बॉडी वॉर्न कैमरा पहनने को कहा है।
ऑटो, टैक्सी के चालकों का चरित्र सत्यापन कराने के निर्देश
अवस्थी ने रात में यूपी 112 द्वारा जरूरत पड़ने पर महिलाओं को उनके गंतत्व स्थान तक पहुंचाया जाए और ऑटो, टैक्सी के चालकों का चरित्र सत्यापन कराया जाए। साथ ही डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने जिलों में पुलिस कप्तानों के ऑफिस में महिला सहायता केंद्र बनाया जाने के निर्देश दिए है। साथ ही महिला विद्यालयों में शिकायत पेटिका लगाने के निर्देश दिए हैं।