Edited By Ajay kumar,Updated: 16 Nov, 2019 01:22 PM
बोर्ड की परीक्षा से ही बच्चों का भविष्य चमकने की तैयारी शुरू कर देता है मगर चमक पर काली छाया तब पड़ जाती है जब नकलबाजों की नजर उन पर पड़ जाती है। यूपी बोर्ड ...
मऊः बोर्ड की परीक्षा से ही बच्चों का भविष्य चमकने की तैयारी शुरू कर देता है मगर चमक पर काली छाया तब पड़ जाती है जब नकलबाजों की नजर उन पर पड़ जाती है। यूपी बोर्ड में इनका प्रकोप देखा गया है मगर अब यूपी बोर्ड हाईस्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 को नकल विहीन संपन्न कराने कि तैयारियाँ जोरों पर है।
बताते चलें कि यूपी बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से प्रस्तावित 129 परीक्षा केंद्रों की सूची जारी की गयी है। नकलबाजों पर सख्ती और बोर्ड की परीक्षा सफलतापूर्वक करवाने के लिए इस बार 93067 परीक्षार्थी शामिल होंगे। शासन के अनुसार किसी भी काली सूची के कॉलेजों को केन्द्र नही बनाया गया है। इस बार बेव कास्टिंग सिस्टम के अनुसार नकल विहीन परीक्षा करायी जायेगी।
जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद के अनुसार वर्ष 2020 की यूपी बोर्ड हाईस्कूल, इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 93067 परीक्षार्ती शामिल होंगे। पिछले वर्ष 157 परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। इस बार 13 हजार छात्रों की कमी होने के कारण 28 परीक्षा केन्द्र कम बने हैं।
10 कॉलेज डिबार लिस्ट में शामिल
10 कॉलेजों को काली सूची यानि डिबार की लिस्ट में डाला गया है। जिनमें से किसी को भी केन्द्र नहीं बनाया गया है। सभी केंद्रों का जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी की निगरानी में जांच किया जा रहा है। जिस केन्द्र पर भी कमी पायी जाती है, उसे केन्द्र की सूची से बाहर कर दूसरे कॉलेज को केन्द्र बना दिया जायेगा।