Edited By Ramkesh,Updated: 24 Aug, 2024 02:54 PM
मायावती के खिलाफ विवादित बयान देने वाले भारतीय जनता पार्टी से विधायक राजेश चौधरी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने एक लंबा चौड़ा ट्वीट कहा कि लड़के है लड़कों से गलती हो जाती है..समाजवादी पार्टी को आपने सीरियल बलात्कारी...
लखनऊ: मायावती के खिलाफ विवादित बयान देने वाले भारतीय जनता पार्टी से विधायक राजेश चौधरी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने एक लंबा चौड़ा ट्वीट कहा कि लड़के है लड़कों से गलती हो जाती है..समाजवादी पार्टी को आपने सीरियल बलात्कारी पार्टी बना दिया है..अयोध्या और कन्नौज में पिछड़े और दलित नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार होता है, आप अल्पसंख्यक वोट के लिए हिन्दू दलित बेटी की इज्जत दांव पर लगा देते हैं।
भ्रष्टाचार के तो सारे रिकॉर्ड तो तोड़ ही चुके हैं अखिलेश- भाजपा विधायक
उन्होंने कहा कि औरंगजेब के अनुयायी अखिलेश यादव जी आप भ्रष्टाचार के तो सारे रिकॉर्ड तो तोड़ ही चुके हैं.. 2 जून 1995 का गेस्ट हाउस कांड याद है ना...समाजवादी गुंडों ने मायावती जी की अस्मिता को तार तार करने की कोशिश की ... कौन सी ऐसी गाली थी जो मायावती जी को आपके गुंडों द्वारा नहीं दी गई थी? मायावती जी की जान और आबरू बचाने वाली भाजपा पार्टी ही थी..नहीं तो सपाई गुंडे एक दलित महिला नेता की हत्या कर देते...पद के लिए अपने पिता का भरे मंच पर अपमान करने वाले संस्कार की बात करते हैं .. आप घोर जातिवादी और भ्रष्टाचारी हैं।
मायावती के समर्थन में उतरे अखिलेश
दरअसल, भाजपा विधायक ने एक निजी चैनल के डीवेड में मायावती को लेकर विवादित बयान दे दिया। जिसे बाद से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती का समर्थन करते हुए भजा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक की ‘‘आपत्तिजनक टिप्पणियों'' पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि सार्वजनिक रूप से दिये गये इस वक्तव्य के लिए विधायक पर मानहानि का मुकदमा होना चाहिए। यादव ने शुक्रवार रात सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक समाचार चैनल पर ‘‘विमर्श'' की 30 सेकंड की एक वीडियो क्लिप साझा की और लिखा, ‘‘उत्तर प्रदेश के एक भाजपा विधायक द्वारा राज्य की एक पूर्व महिला मुख्यमंत्री जी (मायावती) के प्रति कहे गये अभद्र शब्द दर्शाते हैं कि भाजपा नेताओं के मन में महिलाओं और खासतौर से वंचित-शोषित समाज से संबंध रखने वालों के प्रति कितनी कटुता भरी है।''
विधायक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करे भाजपा- अखिलेश
यादव ने इसी पोस्ट में लिखा, ‘‘राजनीतिक मतभेद अपनी जगह होते हैं, लेकिन एक महिला के रूप में उनका मान-सम्मान खंडित करने का किसी को भी अधिकार नहीं है।'' उन्होंने कहा ‘‘भाजपा नेता कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर हमने गलती की थी, यह भी लोकतांत्रिक देश में जनमत का अपमान है और बिना किसी आधार के ये आरोप लगाना भी बेहद आपत्तिजनक है कि वह सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री थीं।'' सपा प्रमुख ने मांग की कि सार्वजनिक रूप से दिये गये इस वक्तव्य के लिए भाजपा के विधायक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ऐसे विधायकों को प्रश्रय देकर महिलाओं के मान-सम्मान को गहरी ठेस पहुंचा रही है। अगर ऐसे लोगों के खिलाफ भाजपा तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करती है तो मान लेना चाहिए कि ये किसी एक विधायक का व्यक्तिगत विचार नहीं है बल्कि पूरी भाजपा का विचार है। घोर निंदनीय!''