Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jul, 2017 06:20 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में पेश अपनी सरकार के पहले बजट को....
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में पेश अपनी सरकार के पहले बजट को ‘प्रगतिशील बजट’ करार देते हुए विश्वास जताया कि यह बजट प्रदेश को नए युग की आेर ले जाने की शुरुआत है।
योगी ने विधानसभा में बजट पेश होने के बाद वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल के साथ पारंपरिक प्रेस वार्ता में कहा कि यह प्रगतिशील बजट है। यह बजट प्रदेश की 22 करोड़ जनता की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए विकास सुनिश्चित करेगा। यह विकास की नई दिशा तय करेगा। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र सबका साथ सबका विकास को अंगीकार करने का प्रयास है।
योगी ने किसान फसल ऋण माफी योजना के लिए धन जुटाने और इससे संबंधित अन्य सवालों के जवाब में संवाददाताओं से कहा कि हमने लीकेज को रोका है। हमने प्रदेश की जनता पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं डाला है। कोई अतिरिक्त कर नहीं लगाया है। हमने किसी के आगे हाथ भी नहीं फैलाया है। किसी से कोई ऋण नहीं लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार बजट का दायरा बढ़ा है। यह बजट गांव, गरीब, किसान और महिलाओं को समर्पित है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले 5 साल में उत्तर प्रदेश की वृद्धि दर को दोहरे अंकों में लाना है। इस बजट में लगभग 55,781 करोड़ रुपए नई योजनाओं के लिए हैं। योगी ने कहा कि सबसे पिछड़े बुंदेलखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए एक्सप्रेस-वे प्रस्तावित किया गया है। हमें विश्वास है कि डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ाकर प्रदेश के विकास को तीव्र गति दी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि कार्यपद्धति में पारदर्शिता और नई प्रौद्योगिकी अपनाने से राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के 3.01 प्रतिशत से घटकर अब 2.97 प्रतिशत रह गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की आेर से जारी लोक कल्याण संकल्प पत्र में किए गए वायदों को चरणबद्ध तरीके से प्रतिबद्धता के साथ कार्यान्वित किया जा रहा है।