Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 04 Jul, 2020 01:21 PM
कानपुर में शातिर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमले में शहीद हुए मथुरा के लाल जितेंद्र का पार्थिव शरीर उसके गांव बरारी पहुंचा। जहां शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद जितेंद्र पाल सिंह के सबसे छोटे भाई सौरभ ने मुखाग्नि दी...
कानपुरः कानपुर में शातिर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमले में शहीद हुए मथुरा के लाल जितेंद्र का पार्थिव शरीर उसके गांव बरारी पहुंचा। जहां शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद जितेंद्र पाल सिंह के सबसे छोटे भाई सौरभ ने मुखाग्नि दी।
दरअसल दिनांक 3 जुलाई को कानपुर में पुलिस और बदमाश के बीच हुई थी। इस मुठभेड़ में 8 जाबाज पुलिसकर्मी शहीद हो गए। जिसमें एक मथुरा का लाल जितेंद्र पाल भी शहीद हो गया। शहीद जितेंद्र पाल का पार्थिव शरीर मथुरा के गांव बरारी पहुंचा। जहां राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। आईजी आगरा रेंज सतीश गणेश ने शहादत को नमन किया। जिलाधिकारी ब एसएसपी ने भी दी शहीद को श्रद्धांजलि, भाजपा विधायक, कांग्रेस, सपा और बसपा जिलाध्यक्ष व कार्यकर्ता भी रहे।
शहीद के अंतिम संस्कार में मौजूद सैकड़ों की संख्या में नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। मथुरा के थाना रिफाइनरी इलाके के बरारी गांव के रहने वाले जितेंद्र का अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया गया । जितेंद्र वर्ष 2018 में पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। जितेंद्र के शहीद होने की खबर उसके गांव पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया था। जितेंद्र अपने परिवार में भाई बहनों में सबसे बड़े और अविवाहित थे।
उसका पार्थिव शरीर बरारी गांव पहुंचने के बाद आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया। उनके परिजन और देश को उसकी इस बहादुरी पर नाज है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि ऐसे वीरो को नमन करते है और ऐसी भूमि को नमन करता हूं जिसने ऐसे वीरो को जन्म दिया है।