Edited By Deepika Rajput,Updated: 27 Nov, 2018 12:45 PM
तीर्थराज प्रयाग में दिव्य और भव्य कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए साइबेरियन पक्षियों का समूह संगम में पहले ही पहुंच चुका है। गंगा, श्यामल यमुना और सरस्वती की पावन धारा पर सात समंदर पार से पहुंचे साइबेरियन पक्षियों का समूह...
प्रयागराजः तीर्थराज प्रयाग में दिव्य और भव्य कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए साइबेरियन पक्षियों का समूह संगम में पहले ही पहुंच चुका है। गंगा, श्यामल यमुना और सरस्वती की पावन धारा पर सात समंदर पार से पहुंचे साइबेरियन पक्षियों का समूह अठखेलियां करने के साथ कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
संगम तट पर लगने वाले कुंभ मेले से पहले गुलाबी ठंड शुरू होते ही साइबेरियन पक्षी यहां क्रीड़ा करते हुए बिताते हैं और मार्च में अपने-अपने गंतव्य की ओर उड़ जाते हैं। साइबेरिया से अपना आशियाना छोड़कर हजारों किलोमीटर की यात्रा कर ये पक्षी भारत में अक्टूबर महीने से दस्तक देना शुरू कर देते हैं। साइबेरिया से अफगानिस्तान, मध्य एशिया होते हुए ये पक्षी भरतपुर बर्ड सेंचुरी पहुंचते हैं। ये पक्षी भरतपुर के बाद प्रयागराज के संगम तट, नारायनपुर कालन, देहराऊ और सिरसी पहुंचने से पहले कई जगहों पर अपना डेरा जमाते हैं। आमतौर पर साइबेरियन पक्षी अक्टूबर से मार्च तक का समय भारत के विभिन्न इलाकों में व्यतीत करते हैं।
इस बार मेले में साइबेरियन पक्षियों का कलरव देशी-विदेशी श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार है। यह सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। अभी तो इनकी संख्या कम ही है, लेकिन दिसंबर तक अपने पूरे सवाब पर होगा। संगम तट पर हर साल आने वाले इन विदेशी मेहमानों का लोगों को बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है। इन्हें कोई नुकसान न पहुंचे इसके लिए इनके अवैध शिकार पर भी पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही प्रशासन और वन महकमा भी संगम तट पर विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को लेकर कड़ी नजर भी रखता है।