Edited By Ruby,Updated: 27 Nov, 2018 10:50 AM
बच्चों पर पढ़ाई के प्रेशर के साथ-साथ उनके बैग का भार भी बढ़ता जा रहा है। कई बार तो स्कूलों में बच्चों की आयु और हाइट से ज्यादा वजन उनके बैग में होता है। जिसका हल मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से किया गया है। दरअसल, मंत्रालय की ओर से जारी दिशा...
लखनऊः बच्चों पर पढ़ाई के प्रेशर के साथ-साथ उनके बैग का भार भी बढ़ता जा रहा है। कई बार तो स्कूलों में बच्चों की आयु और हाइट से ज्यादा वजन उनके बैग में होता है। जिसका हल मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से किया गया है। दरअसल, मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देश में कहा गया है कि अब पहली-दूसरी कक्षा के बच्चों के बैग का भार तय मानक ही हो। अधिक पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
कक्षा के अनुसार बैग का भार
कक्षा वजन
*पहली-दूसरी 1.5 किलोग्राम
*तीसरी से पांचवीं दो से तीन किलोग्राम
*छठीं-सातवीं चार किलोग्राम
*आठवीं-नौवीं 4.5 किलोग्राम
*दसवीं पांच किलोग्राम
इसके अलावा मंत्रालय ने पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को किसी भी हालत में होमवर्क न दिए जाने के बात कही है। नए आदेश के अनुसार स्कूल की तरफ से की जाने वाली प्रतिदिन की डिमांड पर भी रोक लगाई गई है। अब स्कूल वाले अधिक किताब और सामान नहीं मंगा सकते।
मंत्रालय ने बच्चों को पढ़ाए जाने वाले विषयो के बारे में गाइड लाइन तय की है। पहली-दूसरी कक्षा के बच्चों को मात्र भाषा एवं गणित के विषय पढ़ाए जाएं। तीसरी से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को भाषा, पर्यावरण अध्ययन (ईवीएस) और गणित विषय पढ़ाए जाने के लिए कहा गया है। मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजकर नियम का सख्ती से पालन करने को कहा गया है।