Edited By Mamta Yadav,Updated: 18 Sep, 2022 09:59 PM
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने 22 सितंबर को प्रश्नकाल के बाद का पूरा समय महिला सदस्यों को चर्चा के लिए समर्पित करने का फैसला किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा "विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान 22...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने 22 सितंबर को प्रश्नकाल के बाद का पूरा समय महिला सदस्यों को चर्चा के लिए समर्पित करने का फैसला किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा "विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान 22 सितंबर को हम सिर्फ महिला सदस्यों को बोलने का अवसर देंगे।"
देश में पहली बार सदन की कार्यवाही सिर्फ महिला सदस्यों को समर्पित
उन्होंने कहा "22 सितंबर को प्रश्नकाल के बाद का समय महिला विधायकों द्वारा चर्चा के लिए आरक्षित रहेगा। यह पहली बार होगा जब देश की किसी विधानसभा में किसी दिन सदन की कार्यवाही सिर्फ महिला सदस्यों को समर्पित होगी।"
विधानसभा में कुल 47 महिला सदस्य
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा विधानसभा में कुल 47 महिला सदस्य हैं। उनमें से सत्तारूढ़ भाजपा की 29, मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की 14, अपना दल-सोनेलाल की तीन और कांग्रेस की एक महिला विधायक है। राज्य विधान मंडल का मानसून सत्र सोमवार 19 सितंबर यानि की कल से शुरू होगा और इसके 23 सितंबर तक चलने का कार्यक्रम है। कल सदन के सदस्य विधायक अरविंद गिरी जी के आकस्मिक निधन को लेकर सदन में उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन होगा और उनको श्रद्धांजलि देते हुए विधान सभा स्थगित कर दी जाएगी। 20 सितम्बर मंगलवार से सदन की कार्यवाही शुरू होगी।
पार्टी पूरी संजीदगी से सदन में अपनी बात रखेगी- पूर्व मंत्री
वहीं समाजवादी पार्टी से विधायक एवं पूर्व मंत्री मनोज पांडेय ने बताया की कल सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री,नेता प्रतिपक्ष के नेतत्व में सभी विधायक सपा कार्यालय से विधानसभा तक शांति पूर्वक पैदल मार्च करते हुए विधान सभा की कार्रवाई में भाग लेंगे। सपा किसानों, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, बढ़ती हुई महंगाई, महिला अपराध, सूखे को लेकर मेरा विरोध प्रदर्शन होगा।