Edited By Anil Kapoor,Updated: 11 Aug, 2018 10:20 AM
राज्यसभा से एससी, एसटी बिल पास होने के तुरन्त बाद देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैकड़ों की संख्या में असामाजिक तत्वों द्वारा डॉ. भीम राव अम्बेडकर द्वारा रचित भारतीय संविधान की प्रतियां जलाते हुए संविधान, डॉ. अम्बेडकर व आरक्षण के खिलाफ....
लखनऊ: राज्यसभा से एससी, एसटी बिल पास होने के तुरन्त बाद देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैकड़ों की संख्या में असामाजिक तत्वों द्वारा डॉ. भीम राव अम्बेडकर द्वारा रचित भारतीय संविधान की प्रतियां जलाते हुए संविधान, डॉ. अम्बेडकर व आरक्षण के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए, जो पूरे सोशल मीडिया में वायरल होते ही पूरे देश में बाबा साहब के अनुयायियों में गुस्सा व्याप्त हो गया।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र की आपात बैठक बुलाई गई जिसमें दोषियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की गई और ऐलान किया गया है कि आरक्षण समर्थक कार्मिक बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन प्रतीक स्थल ए गोमती नगर में सुबह 6:30 बजे डॉ. अम्बेडकर को नमन करते हुए सभी दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कराने के लिए कसम खाएंगे।
इस अवसर पर समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने दिल्ली सरकार के एससी/एसटी व सोशल वेलफेयर मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम से फोन पर बात कर दोषियों को कठोर सजा दिलाने की मांग भी की। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा, डॉ. रामशब्द जैसवारा अनिल कुमार, अजय कुमार, श्याम लाल, अन्जनी कुमार, पीएम प्रभाकर, राकेश पुष्कर, लेखराम, दिनेश कुमार, रीना रजक, अनीता, अंजली गौतम, अजय चैधरी, अशोक सोनकर, प्रेमचन्द्र, पूनम धूसिया, जितेन्द्र कुमार, राजेश पासवान, निवास राव, जय प्रकाश गौतम, अरविन्द कुमार, अमित कुमार व सुनील कनौजिया मौजूद थे।