Edited By Umakant yadav,Updated: 20 Nov, 2021 01:33 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन नए कृषि कानून वापस लेने के फैसले का स्वागत करते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सय्यद अरशद मदनी ने CAA कानून को वापस करने की भी मांग की है।
सहारनपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन नए कृषि कानून वापस लेने के फैसले का स्वागत करते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सय्यद अरशद मदनी ने CAA कानून को वापस करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि कृषि कानून की तरह अब प्रधानमंत्री को मुसलमानों के संबंध में लाए गए कानूनों पर भी ध्यान देना चाहिए और सीएए कानून को भी वापस करना चाहिए।
देवबंद में जारी एक बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि कृषि कानून वापसी के फैसले ने यह साबित कर दिया है कि लोकतंत्र और लोगों की शक्ति सर्वोपरि है। जो लोग सोचते हैं कि सरकार और संसद अधिक शक्तिशाली हैं, वह बिल्कुल गलत हैं। जनता ने एक बार फिर किसानों के रूप में अपनी ताकत का परिचय दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस आंदोलन की सफलता यह भी सीख देती है कि किसी भी जन आंदोलन को जबरदस्ती कुचला नहीं जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे किसान भी बधाई के पात्र है, क्योंकि उन्होंने कृषि कानून को रद्द कराने के लिए अपना बलिदान दिए है।