Edited By Deepika Rajput,Updated: 29 Nov, 2018 01:25 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान हनुमान को दलित बताकर विवादों से अपना नाता जोड़ लिया है। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हो रही है। वहीं उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए ज्योतिष एवं शारदा पीठाधीश्वर...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को दलित बताकर विवादों से अपना नाता जोड़ लिया है। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हो रही है। वहीं उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए ज्योतिष एवं शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हनुमान जी को दलित कहना अपराध है। मुख्यमंत्री का यह बयान बेहद दुखद है।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में दलित शब्द है ही नहीं। यह शब्द मानवों का गढ़ा हुआ है, जिसका अर्थ होता है पीड़ित या सताया हुआ। हनुमान भगवान शंकर के अवतार हैं। हनुमान कब और कहां पीड़ित, शोषित दिखते हैं? जिसके नेतृत्व में वानरी सेना ने रावण की सेना को पराजित किया हो, वह दलित कैसे हो सकता है? उनके पास कोई काम है नहीं, ऐसे में लोगों को भ्रमित करने के लिए इसी तरह का अनाप-शनाप बयान देते रहते हैंं।
वहीं सर्व ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने अपने वकील के जरिए भेजे नोटिस में योगी से इस मामले में माफी मांगने को कहा है। 3 दिन में ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी भी है।