Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 26 Sep, 2020 05:11 PM
कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू हुए देशव्यापी लॉकडाउन ने कई लोगों की नौकरी रोजी-रोटी के साधन को लील लिया। ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश...
आजमगढ़ः कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू हुए देशव्यापी लॉकडाउन ने कई लोगों की नौकरी रोजी-रोटी के साधन को लील लिया। ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से जहां बालिका वधु, ज्योति, कुछ तो लोग कहेंगे, सुजाता जैसे कई टीवी सीरियल्स का निर्देशन कर चुका एक उभरता सितारा इन दिनों सब्जी का ठेला लगाकर मजदूरी कर रहे हैं।
बता दें कि शहर के हरबंशपुर में जिलाधिकारी सड़क के किनारे सब्जी का ठेला लगाए रामवृक्ष गोंड दोपहर बाद तीन बजे से देर शाम तक सब्जी बेचते आपको दिख जाएंगे। बेहद सामान्य से दिखने वाले रामवृक्ष को देखकर आप यह अंदाजा नहीं लगा पाएंगे कि इन्होंने कितने कलाकारों की लाइफ बनाई है।
रामवृक्ष फरवरी में अपने बच्चे को परीक्षा दिलाने आए रामवृक्ष वापस जाते इसके पहले लॉकडाउन लग गया। एक दो महीने इंतजार के बाद भी स्थिति सामन्य नहीं हुई तो मजबूरन रोजी-रोटी के लिए वह ग्यारहवीं में पढ़ने वाले अपने बेटे के साथ सब्जी की दुकान लगाकर परिवार का भरण पोषण करने लगे। रामवृक्ष के पिता सब्जी का ही व्यवसाय करते हैं।
बालिका वधु के 50 से अधिक एपिसोड में बतौर यूनिट डायरेक्टर काम करने वाले रामवृक्ष इसके अलावा इस प्यार को क्या नाम दूं, कुछ तो लोग कहेंगे, हमार सौतन हमार सहेली, झटपट चटपट, सलाम जिंदगी, हमारी देवरानी, थोडी खुशी थोडा गम, पूरब पश्चिम, जूनियर जी जैसे धारावाहिकों के अलावा यशपाल शर्मा, मिलिंद गुणाजी, राजपाल यादव, रणदीप हुडा, सुनील शेट्टी की फिल्मों के निर्देशकों के साथ सहायक निर्देशन की भूमिका भी निभाई। आने वाले दिनों के लिए एक भोजपुरी व एक हिन्दी फिल्म का काम रामवृक्ष के पास है, वे कहते हैं कि अब इसी पर वह फोकस कर रहे हैं।